Coronavirus / सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाना हो सकता है अनिवार्य, स्वास्थ्य मंत्रालय में अहम बैठक

एक बार फिर से कोरोना को लेकर चिंता जताई जाने लगी है. जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, चीन, अमेरिका जैसे देशों में कोविड-19 के मामलों में हालिया दिनों में बढोतरी के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय देश में महामारी की स्थिति की समीक्षा कर रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय में देश में कोरोना की स्थिति को लेकर बैठक जारी है. सूत्रों के मुताबिक क्रिसमस और नए साल के जश्न को देखते हुए जारी हो सकते हैं.

Corona virus in India: एक बार फिर से कोरोना को लेकर चिंता जताई जाने लगी है. जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, चीन, अमेरिका जैसे देशों में कोविड-19 के मामलों में हालिया दिनों में बढोतरी के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय देश में महामारी की स्थिति की समीक्षा कर रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय में देश में कोरोना की स्थिति को लेकर बैठक जारी है. सूत्रों के मुताबिक क्रिसमस और नए साल के जश्न को देखते हुए जारी हो सकते हैं नए दिशानिर्देश. सार्वजनिक जगहों, कार्यालयों और यात्रा के दौरान मास्क लगाना अनिवार्य हो सकता है.

मंत्रालय ने लिखा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र

इससे पहले, मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से वायरस के नए स्वरूप पर नजर रखने के लिए संक्रमित पाए गए नमूनों के जीनोम अनुक्रमण को बढ़ाने का आग्रह किया.

राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि इस तरह की कवायद देश में वायरस के नए स्वरूप का समय पर पता लगाने में सक्षम होगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को सुनिश्चित करेगी. 

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने उल्लेख किया कि जांच-निगरानी-उपचार-टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार के पालन की रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने के साथ भारत कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को सीमित करने में सक्षम रहा है और साप्ताहिक आधार पर लगभग 1,200 मामले सामने आ रहे हैं. भूषण ने कहा कि कोविड-19 की सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती अभी भी दुनिया भर में बनी हुई है, जिसके लगभग 35 लाख मामले साप्ताहिक रूप से सामने आ रहे हैं.

भूषण ने कहा, ‘जापान, अमेरिका, कोरिया गणराज्य, ब्राजील और चीन में मामलों में अचानक आई तेजी को देखते हुए, भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम के माध्यम से वायरस के स्वरूपों पर नजर रखने के लिए संक्रमण के मामलों के नमूनों का पूरा जीनोम अनुक्रमण तैयार करना आवश्यक है.’