Vikrant Shekhawat : May 26, 2022, 09:46 PM
Chardham Yatra | चारधाम यात्रा में आए श्रद्धालुओं की हार्टअटैक से मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को रिकार्ड तेरह मौत हो गई। यात्रा शुरू होने केकेवल 23 दिन में 88 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। केदारनाथ में चार ने दम तोड़ारुद्रप्रयाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीके शुक्ला ने बताया कि गुरुवार को केदारनाथ में 4 और यात्रियों की मृत्यु हो गई है। मरने वाले यात्रियों में नंदू (65), निवासी, नालंदा बिहार, हरिद्वार तिवारी (62) बलरामपुर, झाबड़ा, उत्तर प्रदेश, रामनारायण त्रिपाठी (65), विश्वेश्वर नगर, आलमबाग लखनऊ, यूपी और हेमराज सोनी (61) निवासी राजस्थान शामिल हैं। केदारनाथ में अब तक 42 यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है। यमुनोत्री में चार यात्रियों की हार्ट अटैक से मौतयमुनोत्री यात्रा मार्ग पर हार्ट रुकने से चार और तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। जानकीचट्टी में सिददेराजन (57) निवासी तमिलनाडु, दिलीप परांसपे (75) निवासी पुणे, महाराष्ट्र, रामचन्द्र शाहु (67) पुत्र विश्वनाथ प्रसाद निवासी 32/334 चकदाउद नगर नैनी, नैनी, इलाहाबाद, उत्तरप्रदेश और लाल चन्द राठी (56) निवासी राजस्थान की हार्ट अटैक् से मौत हो गई। यमुनोत्री यात्रा पर आए 23 यात्रियों की अब तक मृत्यु हो चुकी है। बदरीनाथ में तीन, गंगोत्री में दो की मौतगुरुवार को बदरीनाथ धाम में तीन और गंगोत्री में दो यात्रियों की मौत हो गई। बदरीनाथ पुलिस के मुताबिक, जीवी विजयकुमार (62), निवासी कर्नाटक और कमला बाई (62) निवासी राजस्थान समेत एक अन्य यात्री की मौत हो गई। दधर, गंगोत्री धाम में भी गुरुवार को दो यात्रियों ने दम तोड़ दिया। यात्री इन बातों का रखें ख्यालयात्री यात्रा मार्ग पर खोले गए शिविरों में स्वास्थ्य जांच कराते हुए रुक-रुककर यात्रा करें ताकि सांस न फूले।धामों में लगातार मौसम खराब है। इसलिए यात्री पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े लेकर जाएं।ऑक्सीजन लेवल 85 से नीचे आने पर दिक्कत महसूस होने लगती है। ऐसा होने पर स्वास्थ्य शिविरों और अस्पतालों से ऑक्सीजन ले लें। केदारनाथ और यमुनोत्री की यात्रा पूरी तरह फिट होने पर ही करें।स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट ने बताया, गुरुवार को चारधाम दर्शन के लिए आए 13 यात्रियों की मौत हुई है। एक तीर्थयात्री की मौत अस्पताल में हुई है। जबकि अन्य तीर्थयात्रियों की मौत होटल और पैदल मार्ग पर हुई है। एक यात्री की मौत गंगोत्री में डूबने से हुई। चारधाम में स्वास्थ्य सेवाओं को पहले के मुकाबले मजबूत किया गया है और कुल 169 डॉक्टरों को यात्रा में तैनात किया गया है।