कोरोना वायरस / देश में कोरोना की दूसरी लहर में 776 डॉक्टरों की मौत हुई, सबसे ज्यादा बिहार में 115 मौत हुई

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने शुक्रवार को जानकारी दी कि COVID-19 की दूसरी लहर में 776 डॉक्टरों की जान चली गई। जबकि बिहार में सबसे अधिक (115) मौतें हुईं, इसके बाद दिल्ली (109), उत्तर प्रदेश (79), पश्चिम बंगाल (62), तमिलनाडु (50), और राजस्थान (44) का स्थान रहा। IMA के अनुसार, COVID-19 की पहली लहर में 748 डॉक्टरों की मौत हुई।

Vikrant Shekhawat : Jun 26, 2021, 06:38 AM
नई दिल्ली: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने मंगलवार को बताया कि देश भर में कोरोनो वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान अब तक 776 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है, जिसमें बिहार में सबसे ज्यादा 115 डॉक्टर अपनी जान गंवा चुके हैं। आईएमए के राज्यवार आंकड़े बताते हैं कि कोविड-19 की दूसरी लहर में मरने वाले लगभग हर दूसरे डॉक्टर की या तो बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में मौत हुई।

राज्य-वार सूची के अनुसार, कोरोना महामारी के कारण सबसे अधिक डॉक्टरों को खो दिया। बिहार में सबसे ज्यादा 115 डॉक्टरों ने अपनी जान गंवाई, इसके बाद दिल्ली में 109, उत्तर प्रदेश में 79, पश्चिम बंगाल में 62 और तमिलनाडु में 50 लोगों की मौत हुई।

अन्य राज्यों जैसे पंजाब, तेलंगाना, गुजरात, राजस्थान आदि में मरने वालों की संख्या 50 से कम थी। आईएमए के आंकड़ों से पता चलता है कि पुडुचेरी में एक डॉक्टर की मौत के साथ सबसे कम मौतें दर्ज की गईं, इसके बाद गोवा और त्रिपुरा में 2-2, जबकि जम्मू और कश्मीर और पंजाब में 3-3 मौतें हुईं।

आपको बता दें कि दूसरी लहर की शुरुआत के बाद से COVID-19 बीमारी के कारण 3,93,310 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, भारत में एक दिन में कोविड-19 के 51,667 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,01,34,445 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में 1,329 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 3,93,310 हो गई।

एक्टिव मरीजों की संख्या भी कम होकर 6,12,868 हो गई है, जो कुल मामलों का 2.03 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में इलाजरत मामलों में 14,189 की कमी आई है। संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या लगातार 43वें दिन संक्रमण के नए मामलों से अधिक रही। देश में अभी तक कुल 2,91,28,267 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। नमूनों के संक्रमित आने की साप्ताहिक दर कम होकर तीन प्रतिशत हो गई है।