राजस्थान / सरकार गिराने के लिए उदयपुर से आया था फोन, एक हिरासत में

प्रदेश में सरकार गिराने को लेकर एसओजी ने जिन दो मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया था. इसमें से एक नंबर उदयपुर के रामपुरा इलाके रहने वाले अशोक सिंह चौहान का था. एसओजी की टीम ने अशोक को कल रात को ही हिरासत में ले लिया था. बताया जा रहा है कि अम्बामाता थाना की टीम के साथ एसओजी की टीम कल शाम चौहान के घर पहुंची, जहां उनसे थाने में प्राथमिक पूछताछ की. इसके बाद टीम देर शाम को ही चौहान को जयपुर ले कर रवाना हो गई

Vikrant Shekhawat : Jul 11, 2020, 01:34 PM

उदयपुर | प्रदेश में सरकार गिराने को लेकर एसओजी ने जिन दो मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया था. इसमें से एक नंबर उदयपुर के रामपुरा इलाके रहने वाले अशोक सिंह चौहान का था.  एसओजी की टीम ने अशोक को कल रात को ही हिरासत में ले लिया था. बताया जा रहा है कि अम्बामाता थाना की टीम के साथ एसओजी की टीम कल शाम चौहान के घर पहुंची, जहां उनसे थाने में प्राथमिक पूछताछ की. इसके बाद टीम देर शाम को ही चौहान को जयपुर ले कर रवाना हो गई. 

पूरे मामले पर अशोक के परिवार के लोगों का कहना है कि उन्हें किसी कारण से जबरन फंसाया जा रहा है. अशोक के बेटे ने ज़ी मीडिया से बात करते हुए साफ कहा कि उन्हें देश की कानून व्यवस्था पर विश्वास है. जांच के बाद दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.

सरकार गिराने का खेल राजेन्द्र राठौड़, सतीश पूनिया जैसे लोग खेल रहे हैं, गुलाबचंद कटारिया जैसों की कांग्रेस में जगह नहीं, ये बेशर्म लोग हैं : गहलोत

मामले की जांच कर रहे एसओजी एटीएएस एडीजी अशोक कुमार राठौड़ ने बताया कि पूर्व में हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर एक परिवाद दर्ज किया गया था लेकिन उसके बाद जांच में दो मोबाइल नंबर ऐसे मिले, जिनसे कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. इस जांच में राजस्थान के कई नेताओं के फोन नंबर सर्विलांस पर लगाए गए हैं और कई खुलासे हुए हैं. इनमें पैसों के लेन-देन के साथ कई और अहम जानकारियां हाथ लगी हैं.

इन नंबरों पर हुई बातचीत के अंश 
मोबाइल नंबर में हो रही बातचीत से प्रकट होता है कि वर्तमान में स्थापित राज्य सरकार को गिराने का प्रयास किया जा रहा है. बातचीत में ऐसी वार्ता की जा रही है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री में झगड़ा चल रहा है, ऐसी स्थिति में सत्ता पक्ष कांग्रेस पार्टी और निर्दलीय विधायकों को तोड़कर सरकार गिराई जाए. सूत्र सूचना से यह भी जानकारी में आया है कि कुशलगढ़ विधायक रमीना खड़िया को एक बीजेपी नेता द्वारा धन का प्रलोभन देकर अपने पक्ष में करने का प्रयास किया जा रहा है. महेन्द्रजीत सिंह मालवीय के सम्बन्ध में भी वार्ता करते हैं कि पहले वो उप मुख्यमंत्री के पाले में थे, अब उन्होनें पाला बदल लिया है. कांग्रेस विधायकों और निर्दलीय विधायकों को 20-25 करोड़ रूपये के प्रलोभन देने की जानकारी भी सूत्रों से प्राप्त हुई है.

एसओजी की सर्विलांस पर चल रहे नम्बरों की वार्ता में यह भी सामने आया है कि वर्तमान सरकार को गिराकर नया मुख्यमंत्री बनाया जाएगा लेकिन बीजेपी का कहना कि मुख्यमंत्री हमारा होगा और उप मुख्यमंत्री को केंद्र में मंत्री बना दिया जाएगा लेकिन उप मुख्यमंत्री का कहना है कि मुख्यमंत्री वो बनेंगे, यह भी इन वार्ताओं में जिक्र आया है. राज्यसभा चुनाव से पहले सभी विधायकों के इक्कटे किये जाने पर वार्ता करते हैं कि 25-25 करोड़ वाला मामला अब टांय टांय फिस्स हो गया है

अपने हिसाब से बनवाएंगे मुख्यमंत्री
यह भी बातचीत से ज्ञात हुआ है कि राज्यसभा चुनाव से पहले ही राजस्थान सरकार को गिराने की पूरी तैयारी हो गई थी. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री राजस्थान ने भी राज्यसभा चुनाव से पहले बीजेपी द्वारा विधायकों को 25-25 करोड़ रूपये के प्रलोभन देकर खरीदने की बात कही. इसी सम्बन्ध में महेश जोशी मुख्य सचेतक, कांग्रेस का भी परिवाद प्राप्त हुआ था कि वर्तमान कांग्रेस मरकार के विधायकों और इसको समर्थन दे रहे विधायकों को प्रलोभन देकर राज्यसभा चुनाव में वोटिंग को प्रभावित करने और सरकार अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं. उप मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे के सम्बन्ध में वार्ता करते हैं कि वड़े-बड़े राजनैतिक फैसले दिल्ली में हो रहे हैं और 30 जून के बाद घटनाक्रम तेजी से बढ़ेगा. 

वार्ता में यह भी प्रकट हुआ है कि इस तरह वर्तमान सरकार को गिराकर नई सरकार का गठन करवा कर ये लोग 1000 -2000 करोड़ रुपये कमा सकते हैं. यह भी कहते है कि यह तभी होगा, जब इनके हिसाब से मुख्यमंत्री बनेगा.