Vikrant Shekhawat : Jul 19, 2024, 08:45 AM
Rajasthan Vidhan Sabha: विधानसभा में गुरुवार को कवि ओम प्रकाश वाल्मीकि की कविता ‘ठाकुर का कुआं’ पर जबर्दस्त हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी ने सदन में अनुपूरक मांगों पर चर्चा के दौरान इस कविता का जिक्र करते हुए कहा कि बजट को देखकर लगता है कि यह बड़े-बड़े महलों और ठाकुरों के लिए है। ऐसा बोलते ही सत्ता पक्ष के सदस्यों के साथ निर्दलीय विधायकों ने भी आरोप लगाया कि रिफाइनरी कौन खा गया? इससे तल्खी और बढ़ गई और हंगामा शुरू हो गया। भाजपा ने हरीश पर जातिवाद फैलाने का आरोप लगाया तो संसदीय कार्यमंत्री ने इस वक्तव्य को सदन की कार्यवाही से हटाने की मांग उठाई। सभापति ने व्यवस्था दी कि सदन के अनुकूल नहीं होगा, उसे कार्यवाही से हटा दिया जाएगा।विधानसभा में गुरुवार को जनजाति क्षेत्रीय विकास और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा शुरू हुई। कांग्रेस की तरफ से हरीश चौधरी ने कहा कि क्रांतिकारी कवि ओमप्रकाश वाल्मीकि ने ‘ठाकुर का कुआं’ कविता के जरिए भेदभाव का दर्द बयां किया था। वो ही दर्द इस बजट को पढ़कर दिखेगा। इस पर हंगामा हुआ तो हरीश ने कहा कि हिम्मत है जो कर लो, यह आवाज मजदूर, पिछड़ों की है, तमाम लोग इकट्ठे हो जाएं, यह दबा नहीं सकते हैं। हरीश चौधरी झुकेगा नहीं।बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा ने कहा कि हरीश चौधरी आदिवासी और सामाजिक न्याय की अनुदान मांगों पर बहस कर रहे थे। वो एससी-एसटी को ठाकुर बता रहे थे। वो कितने सच्चे, कितने काले हैं, इसकी जांच होनी चाहिए। पाइपलाइन, पूरी रिफाइनरी खा गए। सब जानते हैं पूरे बाड़मेर को लूट लिया। आदिवासी को कह रहे ठाकुर हैं। यह सहन नहीं होगा, नहीं सहेगा राजस्थान, नहीं सहेगा एससी-एसटी।जाति पर टिप्पणी को कार्यवाही से निकाल देना चाहिए : पटेलसंसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने हंगामे के बाद कहा कि किसी जाति के लिए टिप्पणी करने से कोई आहत होता है तो उसे सदन की कार्यवाही से निकाल दिया जाना चाहिए। हम सब एक हैं, आहत करने वाली टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। इस पर हरीश बोले कि आपने जो बोला वह अनुकूल नहीं है, इसे स्वीकारना होगा।80 फीसदी संसाधन ऊंची जातियों के पास हैं: चौधरीहरीश ने कहा कि मैं कम पढ़ा जरूर हूं, केवल पोस्ट ग्रेजुएट हूं। हम आरक्षण के नाम पर दर्द बयां करते हैं तो हंसी उड़ाई जाती है, जबकि 80% संसाधन ऊंची जातियों के पास हैं। हम पिछड़ों के पास क्या है। हमें केवल 17% संसाधन ही मिले हैं। नौकरियों में रोस्टर के नाम पर खेल किया जाता है। ओबीसी वोट के समय ही याद आते हैं।गौशालाओं में फर्जीवाड़े की जांच एसीबी करेगी: पशुपालन मंत्रीगौशालाओं में फर्जीवाड़े से जुड़े प्रश्न के जवाब में पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि इसकी जांच एसीबी करेगी। पता चला है कि 32 गौशालाओं ने फर्जी तरीके से अनुदान उठाए। गायों की संख्या ज्यादा बताई। इनसे वसूली की जाएगी।आदिवासियों का डीएनए वाले बयान पर दिलावर ने मांगी माफीआदिवासियों का डीएनए जांच करवाने वाले बयान पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने गुरुवार को विधानसभा में माफी मांग ली। दिलावर ने कहा कि वो खुद आदिवासी हैं और उनके पिता-दादा सहित पूर्वज जंगलों में निवास करते थे। उन्होंने आदिवासियों को हिंदू धर्म का श्रेष्ठ अंग बताते हुए कहा कि यदि उनके बोलने से किसी को कष्ट हुआ है तो खेद प्रकट करता हूं।जाति नहीं, बल्कि राजशाही के खिलाफ बोला
आरोप है कि आप सदन में जातिवाद फैला रहे हैं?मैंने सदन में जो कहा, वह किसी जाति के खिलाफ नहीं था। लेकिन कोई जाति विशेष पर लेता है तो यह उनका अधिकार है। राजा-महाराजा जाट, गुर्जर, कुर्मी, यादव, गडरिया में भी हुए हैं। मैंने तो ऐसी सभी राजशाही व्यवस्थाओं के खिलाफ बोला है।आपको नहीं लगता कि गलत बोल गए हैं?मैं अपनी बात पर अडिग हूं। मेरी बात को कार्यवाही से हटाने की मांग उठाई गई थी, लेकिन मैंने इसका भी विरोध किया है। मैंने संविधान के दायरे में अपनी बात रखी है।आपके क्षेत्र की लड़ाई सदन तक पहुंच गई?राज्यसभा में विपक्ष के सांसद मनोज झा ने इस कविता की पूरी व्याख्या की थी। मैंने भी तो वही कहा है कि सब कुछ ठाकुर का है, हमारा क्या है।आप पर रिफाइनरी खा जाने जैसे आरोप क्यों लगाए?रिफाइनरी में हकीकत सभी को पता है। सीबीआई इस मामले में जांच कर क्लोजर रिपोर्ट लगा चुकी है। आरोप लगाने वाले ऐसे ही लगाते रहेंगे। मैं तथ्यों पर बात करता हूं।बीजेपी विधायक बोले- हरीश चौधरी रिफाइनरी खा गए, बाड़मेर लूट लियाअनुदान मांगों पर बहस के दौरान बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा ने हरीश चौधरी पर पलटवार किया। उन्होंने कहा- हरीश चौधरी आदिवासी और सामाजिक न्याय की अनुदान मांगों पर बहस कर रहे थे। वो एससी-एसटी को ठाकुर बता रहे थे। वो कितने सच्चे, कितने काले हैं, इसकी जांच होनी चाहिए।मीणा ने कहा- देश की पाइपलाइन, पूरी रिफाइनरी खा गए। उस एरिया में जाकर देखें, किसी पर उंगली उठाने से क्या होता है। सब जानते हैं पूरे बाड़मेर को लूट लिया। आदिवासी को कह रहे ठाकुर हैं। यह सहन नहीं होगा, नहीं सहेगा राजस्थान, नहीं सहेगा एससी-एसटी।बीजेपी विधायकों का तंज, रिफाइनरी कौन खा गयाहरीश चौधरी पर बीजेपी विधायकों ने तंज कसे हुए कहा कि रिफाइनरी कौन खा गया। हरीश चौधरी ने कहा हिम्मत है तो कर लो, यह आवाज मजदूर पिछड़ों की है, तमाम लोग इकट्ठे हो जाएं यह दबा नहीं सकते हैं। हरीश चौधरी जर खरीद लोगों के आगे नहीं झुकेगा।
आरोप है कि आप सदन में जातिवाद फैला रहे हैं?मैंने सदन में जो कहा, वह किसी जाति के खिलाफ नहीं था। लेकिन कोई जाति विशेष पर लेता है तो यह उनका अधिकार है। राजा-महाराजा जाट, गुर्जर, कुर्मी, यादव, गडरिया में भी हुए हैं। मैंने तो ऐसी सभी राजशाही व्यवस्थाओं के खिलाफ बोला है।आपको नहीं लगता कि गलत बोल गए हैं?मैं अपनी बात पर अडिग हूं। मेरी बात को कार्यवाही से हटाने की मांग उठाई गई थी, लेकिन मैंने इसका भी विरोध किया है। मैंने संविधान के दायरे में अपनी बात रखी है।आपके क्षेत्र की लड़ाई सदन तक पहुंच गई?राज्यसभा में विपक्ष के सांसद मनोज झा ने इस कविता की पूरी व्याख्या की थी। मैंने भी तो वही कहा है कि सब कुछ ठाकुर का है, हमारा क्या है।आप पर रिफाइनरी खा जाने जैसे आरोप क्यों लगाए?रिफाइनरी में हकीकत सभी को पता है। सीबीआई इस मामले में जांच कर क्लोजर रिपोर्ट लगा चुकी है। आरोप लगाने वाले ऐसे ही लगाते रहेंगे। मैं तथ्यों पर बात करता हूं।बीजेपी विधायक बोले- हरीश चौधरी रिफाइनरी खा गए, बाड़मेर लूट लियाअनुदान मांगों पर बहस के दौरान बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा ने हरीश चौधरी पर पलटवार किया। उन्होंने कहा- हरीश चौधरी आदिवासी और सामाजिक न्याय की अनुदान मांगों पर बहस कर रहे थे। वो एससी-एसटी को ठाकुर बता रहे थे। वो कितने सच्चे, कितने काले हैं, इसकी जांच होनी चाहिए।मीणा ने कहा- देश की पाइपलाइन, पूरी रिफाइनरी खा गए। उस एरिया में जाकर देखें, किसी पर उंगली उठाने से क्या होता है। सब जानते हैं पूरे बाड़मेर को लूट लिया। आदिवासी को कह रहे ठाकुर हैं। यह सहन नहीं होगा, नहीं सहेगा राजस्थान, नहीं सहेगा एससी-एसटी।बीजेपी विधायकों का तंज, रिफाइनरी कौन खा गयाहरीश चौधरी पर बीजेपी विधायकों ने तंज कसे हुए कहा कि रिफाइनरी कौन खा गया। हरीश चौधरी ने कहा हिम्मत है तो कर लो, यह आवाज मजदूर पिछड़ों की है, तमाम लोग इकट्ठे हो जाएं यह दबा नहीं सकते हैं। हरीश चौधरी जर खरीद लोगों के आगे नहीं झुकेगा।