Vikrant Shekhawat : Jun 02, 2022, 08:45 PM
शंघाई। चीन (China) की घटनाओं को कवर करने वाली वेबसाइट चीनी डिजिटल टाइम्स की एक खबर की माने तो चीन सरकार (China government) के अधिकारियों ने मीडिया को लॉकडाउन (Lockdown) शब्द के इस्तेमाल से रोक दिया है। अधिकारियों ने मीडिया से कहा है कि लॉकडाउन शब्द के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है, किसी खबर में इस शब्द का इस्तेमाल न करें। दरअसल शंघाई में बीते दो महीने से कोरोना लॉकडाउन लगाया गया था। अब 1 जून से लोगों को बाहर निकलने की सीमित छूट दी गई है।
चीनी डिजिटल टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि शंघाई में हाल ही में लोगों को घर से बाहर निकलने, सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने और अपने दफ्तर से काम करने की छूट दी है। चीन ने यहां बहुत अधिक कड़ाई से लॉकडाउन का पालन कराया था। इसके बाद कोरोना टेस्टिंग की व्यापक मुहिम चलाई थी और सभी लोगों को अनिवार्य रूप से सप्ताह में दो बार टेस्ट कराना होता था। इसी बीच सरकारी अधिकारियों ने कहा है कि मीडिया अपनी खबरों में दो महीने के लंबे लॉकडाउन के अंत के बारे में रिपोर्ट करते समय ‘लॉकडाउन’ शब्द का उपयोग करने से बचे।‘लॉकडाउन को समाप्त करने’ जैसे वाक्यांश का इस्तेमाल नहीं करें हालांकि, एक लीक निर्देश है, जो देश में मीडिया को ‘लॉकडाउन को समाप्त करने’ वाक्यांश का उपयोग नहीं करने के लिए कह रहा है। ‘एनडीटीवी’ की खबर में चीनी डिजिटल टाइम्स के हवाले से कहा गया है कि कोरोना महामारी के कारण शंघाई में प्रबंधन का जरूर ध्यान रखा गया था, लेकिन शहर के मुख्य कार्य इस अवधि में होते रहे। एनडीटीवी ने लीक दस्तावेजों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की है। खबर में कहा गया है कि पूरे शहर में या हर जिले में हर आदमी के स्वतंत्र रूप से बाहर निकलने की छूट नहीं है। सरकारी अधिकारियों ने कहा है कि यह समान छूट नहीं है और न ही खबरों में इसके बारे में जानकारी दी जानी चाहिए।
मौखिक निर्देशों में सटीकता नहीं होती लॉकडाउन खत्म और व्यापक छूट मिली जैसी बातों से लोगों में गलत मेसेज जाएगा। इधर चीनी डिजिटल टाइम्स ने कहा है कि ‘ कभी- कभी पत्रकारों और संपादकों को मौखिक निर्देश दिए जाते हैं। कभी कभी उनको लेकर सटीकता नहीं होती है। कुछ निर्देश स्थानीय अधिकारियों या खास क्षेत्रों द्वारा जारी किए जाते हैं। शंघाई में मार्च अंत से करीब 2।5 करोड़ लोग कोरोना के ओमिक्रॉन वायरस के प्रकोप के कारण घरों में सीमित थे। अब कोविड -19 प्रतिबंधों में ढील दी गई है।
चीनी डिजिटल टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि शंघाई में हाल ही में लोगों को घर से बाहर निकलने, सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने और अपने दफ्तर से काम करने की छूट दी है। चीन ने यहां बहुत अधिक कड़ाई से लॉकडाउन का पालन कराया था। इसके बाद कोरोना टेस्टिंग की व्यापक मुहिम चलाई थी और सभी लोगों को अनिवार्य रूप से सप्ताह में दो बार टेस्ट कराना होता था। इसी बीच सरकारी अधिकारियों ने कहा है कि मीडिया अपनी खबरों में दो महीने के लंबे लॉकडाउन के अंत के बारे में रिपोर्ट करते समय ‘लॉकडाउन’ शब्द का उपयोग करने से बचे।‘लॉकडाउन को समाप्त करने’ जैसे वाक्यांश का इस्तेमाल नहीं करें हालांकि, एक लीक निर्देश है, जो देश में मीडिया को ‘लॉकडाउन को समाप्त करने’ वाक्यांश का उपयोग नहीं करने के लिए कह रहा है। ‘एनडीटीवी’ की खबर में चीनी डिजिटल टाइम्स के हवाले से कहा गया है कि कोरोना महामारी के कारण शंघाई में प्रबंधन का जरूर ध्यान रखा गया था, लेकिन शहर के मुख्य कार्य इस अवधि में होते रहे। एनडीटीवी ने लीक दस्तावेजों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की है। खबर में कहा गया है कि पूरे शहर में या हर जिले में हर आदमी के स्वतंत्र रूप से बाहर निकलने की छूट नहीं है। सरकारी अधिकारियों ने कहा है कि यह समान छूट नहीं है और न ही खबरों में इसके बारे में जानकारी दी जानी चाहिए।
मौखिक निर्देशों में सटीकता नहीं होती लॉकडाउन खत्म और व्यापक छूट मिली जैसी बातों से लोगों में गलत मेसेज जाएगा। इधर चीनी डिजिटल टाइम्स ने कहा है कि ‘ कभी- कभी पत्रकारों और संपादकों को मौखिक निर्देश दिए जाते हैं। कभी कभी उनको लेकर सटीकता नहीं होती है। कुछ निर्देश स्थानीय अधिकारियों या खास क्षेत्रों द्वारा जारी किए जाते हैं। शंघाई में मार्च अंत से करीब 2।5 करोड़ लोग कोरोना के ओमिक्रॉन वायरस के प्रकोप के कारण घरों में सीमित थे। अब कोविड -19 प्रतिबंधों में ढील दी गई है।