Vikrant Shekhawat : Jul 15, 2020, 03:22 PM
Jaipur | देश में कोरोना संकट के बीच जहां लोगों को खाने के लिए दो वक्त की रोटी नसीब नहीं हो रही, वहीं राजस्थान में करीब 11 हजार क्विंटल मूंगफली सरकारी अमला खा गया और डकार तक नहीं ली। सहकारिता विभाग ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन इंस्पेक्टरों को सस्पेंड कर दिया है। यह मामला सिर्फ चुरू और बीकानेर जिले में ही सामने आया हैं अभी विभाग जांच में जुटा है कि अन्य जिलों में क्या घपला हुआ है।सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार मुक्तानन्द अग्रवाल ने बताया कि क्रय-विक्रय सहकारी समिति चूरू, बज्जू एवं कोलायत में समर्थन मूल्य खरीद- 2019 में मूंगफली खरीद में अनियमितता बरतने पर तीन निरीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। मूंगफली खरीद के अनियमितता में तीनों खरीद केन्द्रों पर 10 हजार 835 क्विंटल मूंगफली की शोर्टेज पाई गई।अग्रवाल ने बताया कि क्रय-विक्रय सहकारी समिति चूरू के खरीद केन्द्र पर क्रय की गई मूंगफली को वेयर हाउस में जमा कराने के पश्चात 942.15 क्विंटल मूंगफली की शोर्टेज पाई गई। जिसके लिए केवीएसएस के मुख्य व्यवस्थापक श्री संदीप कुमार (निरीक्षक) को अनियमितता बरतने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया।रजिस्ट्रार ने बताया कि कोलायत केवीएसएस के नापासर खरीद केन्द्र पर भी वेयर हाउस में मूंगफली जमा करने के दौरान 1 हजार 62 क्विंटल मूंगफली की शोर्टेज पाई गई। जिसके कारण कोलायत केवीएसएस की तत्कालीन मुख्य व्यवस्थापक श्रीमती सुमित्रा (निरीक्षक) को निलंबित किया गया है।इसी प्रकार क्रय विक्रय सहकारी समिति बज्जू के खरीद केन्द्रों पर अनियमितता के कारण वेयर हाउस में मूंगफली जमा के दौरान 8 हजार 830 क्विंटल मूंगफली की शोर्टेज पाये जाने पर बज्जू केवीएसस के मुख्य व्यवस्थापक श्री मोहम्मद यूनूस कोहरी (निरीक्षक) को भी निलंबित किया गया।