Vikrant Shekhawat : Aug 27, 2021, 05:24 PM
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने 1 सितंबर से स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान खोलने का फैसला किया है। केजरीवाल सरकार ने कोरोना के कम होते मामलों के मद्देनजर स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से फिर से खोलने का निर्णय लिया है। पहले 1 सितंबर से 9वीं से 12वीं कक्षा तक के लिए स्कूल खुलेंगे। इसके बाद 8 सितंबर से छठी से 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों को स्कूल बुलाया जाएगा। बच्चों के स्कूल आने के लिए उनके अभिभावकों की मंजूरी अनिवार्य होगी। विद्यार्थियों को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा।सरकार के फैसले की जानकारी देते हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, 'दिल्ली में सावधानियों के साथ चरणबद्ध तरीके से स्कूल, कॉलेज, कोचिंग गतिविधियों को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। 1 सितंबर से सभी स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं, उनकी कोचिंग कक्षाएं और सभी कॉलेजों / विश्वविद्यालयों को फिर से शुरू करने की अनुमति होगी।''स्कूल खोलने का निर्णय शुक्रवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकण (डीडीएमए) की बैठक में लिया गया। इससे पहले दिल्ली सरकार की एक्सपर्ट कमिटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप थी। कमिटी ने सभी क्लास के लिए स्कूल खोलने की सिफारिश की थी। कमेटी ने कहा था कि चरणबद्ध तरीके से स्कूलों को खोला जाना चाहिए।सिसोदिया ने कहा, 'ऑनलाइन पढ़ाई कभी भी ऑफलाइन पढ़ाई का विकल्प नहीं हो सकती। इस बात को सभी शिक्षक, अभिभावक और विशेषज्ञ मानते हैं। सरकारी स्कूलों का 98 फीसदी टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ कम से कम एक वैक्सीन ले चुका है। स्कूलों में ऑफलाइन कक्षाओं के साथ-साथ ऑनलाइन कक्षाएं भी चलती रहेंगी। सभी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थानों में कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा।'दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा गठित विशेषज्ञों की एक समिति ने दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से दिल्ली में सभी कक्षाओं के लिए स्कूलों को फिर से खोलने का सुझाव दिया। समिति ने सुझाव दिया था कि इसे स्टेपवाइज किया जाना चाहिए, जिसमें पहले हायर क्लासेस और इसके बाद छोटी क्लासेस के छात्रों के लिए स्कूल फिर से खोले जाएं। कोविड-19 संक्रमित मामलों की समीक्षा के बाद, प्राइमरी के छात्रों को स्कूल बुलाना चाहिए। पिछले साल मार्च में कोरोना के चलते राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया था। कई राज्यों ने पिछले साल अक्टूबर में स्कूलों को आंशिक रूप से फिर से खोलना शुरू कर दिया था, वहीं दिल्ली सरकार ने इस साल जनवरी में केवल 9वीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए नियमित कक्षाओं की अनुमति दी थी। लेकिन महामारी की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बाद फिर से कक्षाओं को स्थगित कर दिया गया था।