Vikrant Shekhawat : Jul 17, 2021, 01:30 PM
देहरादून: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट आज देहरादून पहुंचे. सुबह साढ़े 10 बजे सचिन पायलट जौलीग्रांट पहुंचने के बाद सड़क मार्ग से सीधे कांग्रेस भवन आए जहां उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की. वैसे सचिन पायलट का यह दौरा केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ हल्ला बोलना था. लेकिन देहरादून आने पर सचिन पायलट ने कार्यकर्ताओं में जोश भी भर दिया. चुनावों से पहले सचिन पायलट ने पार्टी के सभी नेताओं को एकजुटता का पाठ भी पढा दिया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद सचिन पायलट ने प्रेस कांफ्रेंस की, इसके माध्यम से केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. पायलट ने केंद्र सरकार के खिलाफ महंगाई को मुद्दा बनाकर मोदी सरकार पर कई आरोप लगाए. पायलट ने कहा कि केंद्र की सरकार भाषण देने में माहिर है लेकिन महंगाई के नाम पर जनता को बिल्कुल भी राहत नहीं दे रही. उन्होंने कहा कि इस वक्त देश में महंगाई इस चरम पर है कि कई परिवारों को वक्त पर खाना नहीं मिल रहा. सचिन पायलट ने देश में बढ़ रहे पेट्रोल डीजल के दामों को लेकर कहा कि इस वक्त पेट्रोल डीजल के दाम देसी घी से भी महंगे हो गए हैं. पेट्रोल-डीजल के लगातार दाम बढ़ने से हर वस्तु महंगी हो रही है और इसका सीधा असर देश की सामान्य जनता पर पड़ रहा है. उन्होंने उत्तराखंड की सरकार पर भी महंगाई को लेकर जमकर हमला बोला.सचिन पायलट ने केंद्र की मोदी सरकार को घरते हुए कहा कि देश के अधिकतर राज्यो में पेट्रोल के दाम ₹100 से ऊपर पहुंच गए है. पिछले 6 महीने में पेट्रोल के दाम 66 बार बढ़ाए गए हैं. इससे केंद्र की सरकार की नीतियों का पता लगता है कि वह महंगाई को कम करने के बजाय बढ़ाने में ज्यादा दिलचस्पी ले रही है. जब केंद्र में जब कांग्रेस की सरकार थी तब पेट्रोल के दाम बढ़ाने को लेकर जितने भी प्रस्ताव आते थे उनका हम सब विरोध करते थे. लेकिन यह सरकार जानबूझकर जनता पर महंगाई का बोझ डाल रही है. उन्होंने कहा कि 7 सालों में 23 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे आए और पेट्रोल-डीजल में एक्ससाइज ड्यूटी बढाई गई. सचिन पायलट ने आगे कहा कि भारत सरकार ने पेट्रोल पर प्रति लीटर 33 रुपए सेस लगाया है, डीजल पर 32 रुपए सेस है. उन्होंने कहा कि किसान लंबे समय से आंदोलनरत हैं सरकार उनकी समस्या को नहीं सुन रही है. भारत की कंपनियों को कमजोर करने का काम किया है.उत्तराखंड में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस की स्थापित परंपरा है कि सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाता है. चुनाव के बाद ही नेता का चयन किया जाता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर भाजपा जैसी परंपरा नहीं है कि एक साल में तीन-तीन बार मुख्यमंत्री बदलते रहें. पायलट ने कहा कि कांग्रेस में सत्ता आने पर सभी विधायकों की सर्वसम्मति से नेता का चयन होता है और उन्हीं के नेतृत्व में सरकारें चलती है. उन्होंने कहा कि 2022 में उत्तराखंड में पूर्ण बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनेगी.