Vikrant Shekhawat : May 01, 2022, 09:57 PM
New Delhi : इन दिनों देश के कई हिस्से बिजली की कमी से जूझ रहे हैं। इस बीच केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच एक बार फिर जुबानी जंग छिड़ गई है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने दावा किया है कि केजरीवाल सरकार लोगों को झूठी जानकारी दे रही है। ऊर्जा मंत्री ने दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन के पत्र का जवाब दिया और कहा कि इसमें स्टॉक के जो आंकड़े दिए गए हैं, पूरी तरह गलत हैं। बता दें कि दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को कहा था कि कुछ पावर प्लांट के पास केवल एक दिन का कोयले का स्टॉक है। दिल्ली में बिजली की जरूरत बहुत बढ़ गई है और इतनी कम सप्लाई में अस्पताल जैसी जगह पर भी बिजली उपलब्ध करवाना मुश्किल हो गया है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने दिल्ली सरकार को लिखे पत्र में कहा कि गलत आंकड़े बताकर जनता के बीच डर का माहौल बनाया जा रहा है। इसी तरह की स्थिति अक्टूबर 2021 में भी पैदा हुई थी जो कि निराधार थी। मंत्री ने अपने पत्र में कहा कि दादरी, ऊंचाहार, कहलगांव, फरक्का और झज्जर पावर स्टेशनों के पास 5 से 8 दिन का पर्याप्त कोयले का भंडार है और कोयले की आपूर्ति लगातार जारी है। एनटीपीसी ने भी दादरी और ऊंचाहार पावर प्लांट मं 100 फीसदी कोयले की उपलब्धता की जानकारी दी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि साल 2015 में दिल्ली सरकार ने अपने हिस्से की कुछ बिजली सरेंडर कर दी थी। इसके बाद दूसरे राज्यों को बिजली का आवंटन कर दिया लेकिन दिल्ली सरकार ने कोई आपत्ति भी नहीं जताई। 2021 में सरकार अचानक दावा करती है कि उसने बिजली सरेंडर नहीं की थी जो कि गलत है।