Vikrant Shekhawat : Dec 20, 2019, 04:42 PM
जयपुर: राज्यपाल कलराज मिश्र ने आज राजस्थान यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बतौर कुलाधिपति स्टूडेंट्स को डिग्रियां और गोल्ड मेडल दिए। उच्च शिक्षा में अव्वल सर्वाधिक गोल्ड मेडलिस्ट बेटियों की राज्यपाल ने खुलकर सराहना की। राजपाल कलराज मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि 75 परसेंट से ज्यादा बेटियां गोल्ड मेडल प्राप्त कर रही है।2017-2018 की 3 लाख 61940 डिग्रियां जारी:
दरअसल राजस्थान विश्वविद्यालय के 29 वें दीक्षांत समारोह में वर्ष 2017-2018 की 3 लाख 61940 डिग्रियां जारी की गई। संस्कृत विषय में 3 विद्वानों को डी लिट की उपाधि और 255 स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल 9 विभागों के 818 स्टूडेंट्स को पीएचडी की डिग्रियां दी गई। राजस्थान विश्वविद्यालय में भी 254 में से 193 गोल्ड मेडल छात्राओं के नाम रहे हैं। राजपाल कलराज मिश्र ने कहा कि शिक्षा आजीवन रहनी चाहिए। राजू पाल कलराज मिश्र ने पूर्व आईपीएस सीबी शर्मा की तारीफ करते हुए कहा कि रिटायरमेंट के बाद भी राजस्थान यूनिवर्सिटी के दर्शन शास्त्र में नियमित छात्र बनकर पढ़ते रहे और गोल्ड मेडल प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी यूनिवर्सिटीज को स्किल डेवलपमेंट की दिशा में भी काम करना चाहिए। साथ ही कक्षा कल्याण अभियान पर भी फोकस किया। शिक्षकों ने किया समारोह का बायकॉट:
कार्यक्रम में कुछ छात्रों का कहना था कि सूची में नाम होने के बाद भी आखिरी समय में समारोह में उन्हें गोल्ड मेडल के लिए नहीं बुलाया। समारोह के बाद कुलपति विद्यार्थियों को अनुशासन में रहने की नसीहत देते नजर आए। समारोह के दौरान कुलपति सचिवालय में शिक्षकों ने सीएएस पदोन्न्ति एवं विभिन्न मांगों को लेकर समारोह का बायकॉट किया और धरना दिया। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी और कुलपति आरके कोठारी समेत राजस्थान विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय के डीन और प्रमुख मौजूद रहे, तो साथ में ही कई विद्वानों ने भी शिरकत की।
दरअसल राजस्थान विश्वविद्यालय के 29 वें दीक्षांत समारोह में वर्ष 2017-2018 की 3 लाख 61940 डिग्रियां जारी की गई। संस्कृत विषय में 3 विद्वानों को डी लिट की उपाधि और 255 स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल 9 विभागों के 818 स्टूडेंट्स को पीएचडी की डिग्रियां दी गई। राजस्थान विश्वविद्यालय में भी 254 में से 193 गोल्ड मेडल छात्राओं के नाम रहे हैं। राजपाल कलराज मिश्र ने कहा कि शिक्षा आजीवन रहनी चाहिए। राजू पाल कलराज मिश्र ने पूर्व आईपीएस सीबी शर्मा की तारीफ करते हुए कहा कि रिटायरमेंट के बाद भी राजस्थान यूनिवर्सिटी के दर्शन शास्त्र में नियमित छात्र बनकर पढ़ते रहे और गोल्ड मेडल प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी यूनिवर्सिटीज को स्किल डेवलपमेंट की दिशा में भी काम करना चाहिए। साथ ही कक्षा कल्याण अभियान पर भी फोकस किया। शिक्षकों ने किया समारोह का बायकॉट:
कार्यक्रम में कुछ छात्रों का कहना था कि सूची में नाम होने के बाद भी आखिरी समय में समारोह में उन्हें गोल्ड मेडल के लिए नहीं बुलाया। समारोह के बाद कुलपति विद्यार्थियों को अनुशासन में रहने की नसीहत देते नजर आए। समारोह के दौरान कुलपति सचिवालय में शिक्षकों ने सीएएस पदोन्न्ति एवं विभिन्न मांगों को लेकर समारोह का बायकॉट किया और धरना दिया। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी और कुलपति आरके कोठारी समेत राजस्थान विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय के डीन और प्रमुख मौजूद रहे, तो साथ में ही कई विद्वानों ने भी शिरकत की।