Vikrant Shekhawat : Jun 26, 2021, 07:11 AM
जयपुर। राजस्थान (Rajasthan) के बीकानेर (Bikaner) जिले में डेल्टा प्लस वैरिएंट (Corona Delta Plus Variants) का पहला केस आने पर राज्य सरकार सतर्क हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पूरी जानकारी से अवगत कराया है। कैबिनेट (Ashok Gehlot Cabinet Meeting) की बैठक के बाद परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राज्य सरकार को कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर स्वास्थ्य सेवाओं पर फोकस कर रही है। प्रदेश में किसी को भी दवाइयों और अन्य चिकित्सा सामग्री की कमी नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बीकानेर में पहला केस आने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार से लगातार संपर्क में हैं।
उल्लेखनीय है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट के देश के 8 राज्यों में केस सामने आए हैं। राजस्थान में पहला मामला सामने आने पर सरकार पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गई है। स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने स्वास्थ्य अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट तलब की है और जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं।बैठक में तीसरी लहर से बचाव के लिए अधिक से अधिक आबादी का शीघ्र टीकाकरण किए जाने पर चर्चा की गई। मंत्रिपरिषद ने दुनिया के कई देशों और भारत के कई राज्यों में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले सामने आने पर चिंता व्यक्त की। बैठक में बताया गया कि विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना का यह नया वैरिएंट बेहद घातक और तेजी से संक्रमण फैलाने वाला बताया जा रहा है। ऐसे में किसी भी तरह की लापरवाही बड़ी चुनौती पैदा कर सकती है। मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने कहा कि व्यवसाय एवं अन्य गतिविधियों के लिए प्रतिबंधों में छूट तीसरी लहर की तमाम आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए ही दी जाए। उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल की निरन्तर पालना पर जोर दिया और कहा कि आम लोगों को मास्क पहनने तथा सोशल डिस्टेसिंग के नियम की पालना के लिए निरंतर प्रेरित किया जाए।
उल्लेखनीय है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट के देश के 8 राज्यों में केस सामने आए हैं। राजस्थान में पहला मामला सामने आने पर सरकार पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गई है। स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने स्वास्थ्य अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट तलब की है और जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं।बैठक में तीसरी लहर से बचाव के लिए अधिक से अधिक आबादी का शीघ्र टीकाकरण किए जाने पर चर्चा की गई। मंत्रिपरिषद ने दुनिया के कई देशों और भारत के कई राज्यों में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले सामने आने पर चिंता व्यक्त की। बैठक में बताया गया कि विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना का यह नया वैरिएंट बेहद घातक और तेजी से संक्रमण फैलाने वाला बताया जा रहा है। ऐसे में किसी भी तरह की लापरवाही बड़ी चुनौती पैदा कर सकती है। मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने कहा कि व्यवसाय एवं अन्य गतिविधियों के लिए प्रतिबंधों में छूट तीसरी लहर की तमाम आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए ही दी जाए। उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल की निरन्तर पालना पर जोर दिया और कहा कि आम लोगों को मास्क पहनने तथा सोशल डिस्टेसिंग के नियम की पालना के लिए निरंतर प्रेरित किया जाए।