देश / केंद्र सरकार ने नागरिकों से पद्म पुरस्कारों के लिए नामों की सिफारिशें करने को कहा

केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि वह पद्म पुरस्कारों को ‘‘जनता का पद्म’’ में परिवर्तित करने के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं, सरकार ने पद्म पुरस्कारों के लिए सभी देशवासियों से स्व-नामांकन सहित नामांकन और सिफारिशें करने की अपील की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक, ऑनलाइन नामांकन व सिफारिशों के लिए अंतिम तिथि 15 सितंबर, 2021 है।

Vikrant Shekhawat : Jun 11, 2021, 06:56 AM
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने गुरुवार को पद्म पुरस्कारों के लिए लोगों से सुझाव मांगे हैं। सरकार ने कहा कि वह पद्म पुरस्कारों को 'जनता का पद्म' में परिवर्तित करने के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्र ने सभी नागरिकों से प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान के लिए स्व-नामांकन सहित नामांकन और सिफारिशें करने का आग्रह किया। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि गणतंत्र दिवस, 2022 की पूर्व संध्या पर घोषित किए जाने वाले इन पुरस्कारों के लिए ऑनलाइन नामांकन या सिफारिशें खुली हैं, जिसकी अंतिम तिथि 15 सितंबर, 2021 है।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ऐसे नामांकन और सिफारिशें केवल ऑनलाइन प्राप्त की जाएंगी। पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में शामिल हैं जिनमें मुख्य तौर पर पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री शामिल है। बयान में कहा गया है कि सरकार पद्म पुरस्कारों को 'जनता का पद्म' में परिवर्तित करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसलिए सभी नागरिकों से नामांकन, स्व-नामांकन सहित सिफारिशें करने का अनुरोध किया जाता है।

नामांकन और सिफारिशों में पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण (अधिकतम 800 शब्द), होना चाहिए जिसमें व्यक्ति की विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियां और व्यक्ति द्वारा प्रदान की गई सेवाएं शामिल होनी चाहिए। केंद्र सरकार ने पहले ही सभी राज्यों को संभावित पुरस्कार विजेताओं का पता लगाने के लिए एक विशेष खोज समिति गठित करने के लिए कहा है, जिन्हें उनकी असाधारण सेवाओं के बावजूद इस पुरस्कार के लिए उनके नाम पर अब तक विचार नहीं किया गया है।

2014 से मोदी सरकार ऐसे नायकों को पद्म पुरस्कार प्रदान कर रही है जिन्होंने विभिन्न तरीकों से समाज में योगदान दिया है। गृह मंत्रालय ने सभी केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों, राज्यों सरकारों, केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन भारत रत्न और पद्म विभूषण पुरस्कार विजेताओं और उत्कृष्टता संस्थानों से अनुरोध किया है कि महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति में से प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के लिए ठोस प्रयास किए जाएं। बयान में कहा गया है कि 'दिव्यांग' व्यक्ति जो समाज की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं और जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में सम्मान के पात्र हैं।

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गृह मंत्रालय ने हाल ही में राज्यों को भेजे एक पत्र में कहा था कि अक्सर ऐसे कई लोगों को मुख्य रूप से इस कारण से अनदेखा किया जा सकता है कि वे सार्वजनिक क्षेत्र में प्रचार या ध्यान दिये जाने की चाहत नहीं रखते।गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव आर के सिंह द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है, 'इसलिए, ऐसे व्यक्तियों की पहचान करने के लिए ठोस प्रयास करने का अनुरोध किया जाता है जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियों को मान्यता दी जानी चाहिए और उनके पक्ष में उपयुक्त नामांकन करें। यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि ऐसे योग्य व्यक्तियों की मान्यता केवल इन पुरस्कारों की प्रतिष्ठा को बढ़ाएगी।'

उन्होंने कहा, 'उपरोक्त पृष्ठभूमि में मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया गणतंत्र दिवस, 2022 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कारों के लिए उपयुक्त नामांकन भेजें। इस संबंध में, यह सुझाव दिया जाता है कि आप पहचान करने, विचार करने और अंतिम रूप देने के लिए एक विशेष खोज समिति का गठन कर सकते हैं।'