दुनिया / कोरोना वैक्सीन आप तक कैसे पहुंचेगी? जानें पूरा प्रोसेस

जैसे-जैसे नया साल करीब आता है, कोरोना वैक्सीन का सपना साकार होने लगा है। देश में जल्द ही टीके को मंजूरी दी जा सकती है, लेकिन इससे पहले, देश में बड़े पैमाने पर तैयारी शुरू हो गई है। सोमवार को, भारत में कुछ स्थानों पर टीकाकरण पर एक सूखा रन किया जा रहा है, जिसमें टीका प्रक्रिया से किसी को टीका देने तक पूरी प्रक्रिया का परीक्षण किया जाएगा। आखिर एक कोरोना वैक्सीन आप तक कैसे पहुंचेगी?

Vikrant Shekhawat : Dec 28, 2020, 03:55 PM
Delhi: जैसे-जैसे नया साल करीब आता है, कोरोना वैक्सीन का सपना साकार होने लगा है। देश में जल्द ही टीके को मंजूरी दी जा सकती है, लेकिन इससे पहले, देश में बड़े पैमाने पर तैयारी शुरू हो गई है। सोमवार को, भारत में कुछ स्थानों पर टीकाकरण पर एक सूखा रन किया जा रहा है, जिसमें टीका प्रक्रिया से किसी को टीका देने तक पूरी प्रक्रिया का परीक्षण किया जाएगा। आखिर एक कोरोना वैक्सीन आप तक कैसे पहुंचेगी?

सरकार पहले ही कह चुकी है कि देश को वैक्सीन जनवरी के किसी भी सप्ताह में मिल जाएगी। लेकिन किसी भी व्यक्ति को वैक्सीन पहुंचने से पहले एक लंबी प्रक्रिया होती है। वैक्सीन को स्टोर करना, राज्यों को वैक्सीन भेजना और फिर इसे जिला, शहर, ग्राम स्तर तक पहुंचाना।

वैक्सीन की इस प्रक्रिया का परीक्षण करने के लिए, गुजरात, पंजाब, आंध्र प्रदेश और असम में दो दिवसीय शुष्क रन हो रहे हैं। असली टीकाकरण सूखा रन से ही तैयार किया जाएगा। जिसमें यह प्रक्रिया होगी ...

• वैक्सीन की खेप डिपो से विभिन्न जिलों में भेजी जाएगी।

• वैक्सीन लेते समय तापमान का विशेष ध्यान रखना होता है, इसलिए तापमान को बार-बार मापा जाएगा। अब तक, हर वैक्सीन कंपनी ने अपने टीके के लिए एक अलग तापमान की बात की है।

• जब यह प्रक्रिया चल रही है, तो केवल जिन लोगों को टीका लगाया जाना है, उन्हें एक एसएमएस भेजा जाएगा।

• उस संदेश में टीकाकरण टीम का उल्लेख किया जाएगा, साथ ही समय और स्थान भी लिखा जाएगा।

आपको बता दें कि कोरोना वैक्सीन देने के लिए सरकार ने CoWin ऐप भी तैयार किया है, इसको ड्राई रन में भी टेस्ट किया जा रहा है। सूखे के दौरान आने वाली कठिनाइयों पर एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जो अनुभव और समय लिया जाएगा। जिस पर राष्ट्रीय विशेषज्ञों का समूह मंथन करेगा, ताकि टीकाकरण संबंधी पूरी योजना लागू हो जाए।

गौरतलब है कि इस समय देश में तीन टीके उनका महत्वपूर्ण पड़ाव हैं। इनमें ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका का कोविद-शील्ड है, जो सीरम इंडिया द्वारा तैयार किया जा रहा है। भारत बायोटेक का कोविन वैक्सीन और फाइजर का वैक्सीन, जिसके लिए इम्यूनोलॉजी के उपयोग की अनुमति मांगी गई है।

बता दें कि पिछले दिनों स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा था कि शुरुआत में भारत में 300 मिलियन लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा जाएगा। जिसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सुरक्षाकर्मी, अन्य कोरोना योद्धा और बुजुर्ग लोग शामिल होंगे। इसके अलावा, लगभग 1 करोड़ टीके उन लोगों के लिए आरक्षित किए जा रहे हैं, जिनकी उम्र 50 वर्ष से कम है, लेकिन उन्हें कोई बीमारी है।

एक तरफ भारत में वैक्सीन देने की तैयारी अंतिम चरण में है, तो दूसरी तरफ अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में अब तक लाखों लोगों को टीके दिए जा चुके हैं। उन्हें ब्रिटेन में लगभग 6 लाख टीके, अमेरिका में लगभग 20 लाख और इजरायल में लगभग दो लाख वैक्सीन मिली हैं।