WTC Final / अभी भी भारत के पास मौका, फाइनल के चौथे दिन ऐसे पलटेगी बाजी!

अगर ओवल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले दिन के खेल के बाद किसी से भी पूछा जाता कि किसकी जीत होगी, कोई भी टीम इंडिया का नाम नहीं लेता. शायद तीसरे दिन के बाद भी ये कम ही लोग कहेंगे लेकिन भारत ने शुक्रवार को इतनी वापसी जरूर कर ली कि अगले दो दिनों में उसके पास जीत की उम्मीद बन सकती है. अगर जीत नहीं भी हो तो हार से बचा जा सकता है. उसके लिए चौथे दिन टीम के लिए क्या जरूरी है ये आपको बताएंगे.

Vikrant Shekhawat : Jun 10, 2023, 07:49 AM
WTC Final: अगर ओवल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले दिन के खेल के बाद किसी से भी पूछा जाता कि किसकी जीत होगी, कोई भी टीम इंडिया का नाम नहीं लेता. शायद तीसरे दिन के बाद भी ये कम ही लोग कहेंगे लेकिन भारत ने शुक्रवार को इतनी वापसी जरूर कर ली कि अगले दो दिनों में उसके पास जीत की उम्मीद बन सकती है. अगर जीत नहीं भी हो तो हार से बचा जा सकता है. उसके लिए चौथे दिन टीम के लिए क्या जरूरी है ये आपको बताएंगे.

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के तीसरे दिन भारत ने अजिंक्य रहाणे और शार्दुल ठाकुर की पारियों के बाद रवींद्र जडेजा समेत सभी गेंदबाजों के दम पर कुछ हद तक वापसी की. पहले तो टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में 296 रन बनाए. फिर ऑस्ट्रेलिया को खुलकर रन बनाने का मौका नहीं दिया और 123 रन तक ही उसके 4 विकेट झटक दिये.

या तो विकेट लें या रनों पर कसें लगाम

चौथे दिन जब मार्नस लाबुशेन और कैमरन ग्रीन ऑस्ट्रेलिया की पारी को आगे बढ़ाने उतरेंगे तो उनकी कोशिश पहले सेशन में कोई विकेट गंवाए बिना ज्यादा से ज्यादा रन बटोरने की होगी. ऑस्ट्रेलिया के पास फिलहाल 296 रन की लीड है, जो वैसे ही काफी बड़ी है. इसके बावजूद भारत के लिए मौका बन सकता है और उसके लिए आज का पहला सेशन सबसे अहम होगा.

शुक्रवार को ही मैच में इतना साफ हो गया था कि पिच में उछाल असमान है. कई गेंद काफी नीची रही हैं. साथ ही स्पिनरों को टर्न भी मिल रहा है. रवींद्र जडेजा ने इसमें स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हैड को फंसाया था. इसलिए पहले सेशन में सबसे अहम होगा कि कम से कम मार्नस लाबुशेन का विकेट मिले. अगर ये न भी हो तो कसी हुई गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया के लिए रनों का अकाल पैदा करना होगा.

चौथे दिन बैटिंग में कम से कम नुकसान

वैसे तो टीम इंडिया की कोशिश जीत दर्ज करने की ही होगी लेकिन अभी जिस स्थिति में भारत है, उसमें इसकी संभावना कम दिखती है. ऐसा तभी संभव है अगर भारत ने शनिवार को पहले सेशन के अंदर ही ऑस्ट्रेलिया को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाया. जडेजा का रोल इसमें अहम होगा, जिन्होंने दो साल पहले भी इसी मैदान पर इंग्लैंड को परेशान किया था.

अगर भारतीय गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया को 350 से 375 की बढ़त के साथ रोकने में सफल होते हैं, तो टीम बचे हुए डेढ़ दिन में जीत के लिए जाने की कोशिश कर सकती है. इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि चौथे दिन के अंत तक उसकी बैटिंग आ जाए. अगर संभव हो तो कोई विकेट न गिरे और अगर विकेट गिरे भी तो एक या दो से ज्यादा का नुकसान न हो. तभी टीम के पास जीतने या मैच को बचाने का अवसर बन सकता है.