Vikrant Shekhawat : Sep 05, 2024, 09:51 PM
Paris Paralympics 2024: पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत का प्रदर्शन हर दिन नए रिकॉर्ड बनाता जा रहा है। आठवें दिन, भारतीय पैरा एथलीट कपिल परमार ने पैरा-जूडो के 60 किलोग्राम कैटेगिरी में शानदार जीत दर्ज कर भारत के पदक तालिका में एक और महत्वपूर्ण जोड़ किया। कपिल ने ब्राजील के एलील्टन ओलिवेरा को 10-0 के शानदार अंतर से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता। यह भारत का 25वां पदक था, और इससे भारतीय टीम की पदक की दौड़ में और बढ़त मिली।भारत की पदक तालिका में एक नई ऊँचाईकपिल परमार की इस जीत के साथ, भारत अब मेडल टैली में 14वें स्थान पर पहुँच गया है। भारत ने अब तक कुल 25 पदक जीते हैं, जिनमें 5 स्वर्ण, 9 रजत और 11 कांस्य पदक शामिल हैं। यह प्रदर्शन टोक्यो पैरालंपिक 2020 की तुलना में काफी बेहतर है, जहां भारत ने 19 पदक जीते थे। यह वृद्धि भारतीय एथलीटों के प्रयासों और देश की मजबूत पैरालंपिक खेल संरचना का प्रमाण है।कपिल परमार का प्रेरणादायक सफरकपिल परमार की कहानी प्रेरणा से भरी हुई है। 24 वर्षीय कपिल, जो मध्य प्रदेश से हैं, ने चैंप-डे-मार्स एरिना में अपनी उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया। सेमीफाइनल में उनकी हार के बावजूद, उन्होंने अपनी समर्पण और कठिन परिश्रम के बल पर कांस्य पदक जीतने में सफलता पाई। सेमीफाइनल में कपिल को रान के एस बनिताबा खोर्रम अबादी से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार मानने की बजाय, कांस्य पदक जीतने की ठान ली और उस लक्ष्य को हासिल किया।अन्य इवेंट्स में भी भारतीय खिलाड़ियों की चमकभारत ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में केवल पैरा-जूडो ही नहीं, बल्कि पैरा आर्चरी, पैरा एथलीटिक्स, शूटिंग पैरा, और पैरा बैडमिंटन जैसे कई अन्य इवेंट्स में भी पदक जीतने में सफलता प्राप्त की है। इन खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया है और देश का मान बढ़ाया है।आगे की उम्मीदेंपेरिस पैरालंपिक के आठवें दिन पदकों की संख्या में बढ़ोतरी की संभावना बनी हुई है। भारतीय टीम ने दिखाया है कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं और उनकी मेहनत और समर्पण से देश को गर्व महसूस होता है। आशा है कि भारत इस पैरालंपिक में और भी शानदार प्रदर्शन करेगा और इतिहास में नए अध्याय जोड़ने में सफल होगा।पेरिस पैरालंपिक 2024 की यह यात्रा भारतीय खेल जगत की नई उपलब्धियों और उचाईयों का प्रतीक बन रही है, और हर एक खिलाड़ी की मेहनत से यह सपना सच होता दिख रहा है।