Business / अप्रैल में भारत का निर्यात कम हुआ, व्यापार घाटा 20 अरब डॉलर पर पहुंचा, सबसे ज्यादा पेट्रोलियम व क्रूड का आयात

भारत का व्यापारिक निर्यात पिछले महीने यानी मार्च के मुकाबले अप्रैल में घटकर 38.19 अरब डॉलर रहा। मार्च में यह 42.22 अरब डॉलर रहा था। हालांकि इस अनुपात में आयात नहीं घटा है। मार्च में 60.74 बिलियन डॉलर के मुकाबले अप्रैल में यह 58.26 बिलियन डॉलर पर आ गया। इस प्रकार, इस अवधि के दौरान देश का व्यापार घाटा 18.51 अरब डॉलर से बढ़कर 20.07 अरब डॉलर हो गया।

Vikrant Shekhawat : May 03, 2022, 10:05 PM
नई दिल्ली। भारत का व्यापारिक निर्यात पिछले महीने यानी मार्च के मुकाबले अप्रैल में घटकर 38.19 अरब डॉलर रहा। मार्च में यह 42.22 अरब डॉलर रहा था। हालांकि इस अनुपात में आयात नहीं घटा है। मार्च में 60.74 बिलियन डॉलर के मुकाबले अप्रैल में यह 58.26 बिलियन डॉलर पर आ गया। इस प्रकार, इस अवधि के दौरान देश का व्यापार घाटा 18.51 अरब डॉलर से बढ़कर 20.07 अरब डॉलर हो गया।

साल-दर-साल आधार पर, निर्यात और आयात में वृद्धि मजबूत रही। जहां पिछले साल की तुलना में अप्रैल में निर्यात 24.2 प्रतिशत बढ़ा, वहीं आयात 26.6 प्रतिशत अधिक रहा। व्यापार घाटा अप्रैल 2021 की तुलना में 31.2 प्रतिशत अधिक था।सबसे ज्यादा पेट्रोलियम की खरीद

भारत के कुल आयात यानी कुल खरीदारी में सबसे बड़ा हिस्सा पेट्रोलियम और कच्चे उत्पादों का रहा। यानी पेट्रोलियम आयात ने आयात के आंकड़े को बढ़ाना जारी रखा। अप्रैल में आयात में पेट्रोलियम और कच्चे उत्पादों का आयात 33.5 प्रतिशत रहा। मूल्य के लिहाज से, इन उत्पादों में से 19.51 बिलियन डॉलर का आयात पिछले महीने किया गया था, जो साल-दर-साल आधार पर 81.2 प्रतिशत की वृद्धि है।

महंगाई का असर आयात पर भी 

दुनियाभर में महंगाई का असर आयात पर भी दिख रहा है। एनर्जी की बढ़ती कीमतों का असर आयातित कोयले के दाम में दिख रहा है। अप्रैल में 4.74 अरब डॉलर मूल्य के कोयला, कोक और ब्रिकेट्स का आयात किया गया, जो पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 136.4 प्रतिशत अधिक है।

सोने का आयात घटा

हालांकि सोने का आयात 73 फीसदी घटकर 1.69 अरब डॉलर रहा। निर्यात के मोर्चे पर, 9.20 बिलियन डॉलर का इंजीनियरिंग सामान विदेशों में भेजा गया, जो अप्रैल 2021 से 15.4 प्रतिशत अधिक है। उच्च ऊर्जा की कीमतों ने भारत के पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में भी मदद की। अप्रैल के लिए अंतिम व्यापार डेटा मई के मध्य में जारी किया जाएगा।