
विक्रांत सिंह शेखावत
- भारत,
- 30-Jul-2023,
WI vs IND: ‘हद कर दी आपने’. ये है तो बॉलीवुड की एक फिल्म का टाइटल लेकिन वो क्या है ना, इस वक्त टीम इंडिया की सिचुएशन पर एकदम फिट बैठ रहा है. अब क्या कहें भारतीय बल्लेबाजी का हाल जो ऐसा है. वैसे भी कहते हैं ना कि गलती एक बार हो तो बात समझ आती है. लेकिन, फिर से वही गलती करना समझ से परे है. और,बारबाडोस में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले वनडे सीरीज के पहले दो मैचों में यही हुआ है, जिसके बाद टीम इंडिया के सामने जो सबसे बड़ा सवाल कल खड़ा था, वो आज भी बरकरार है.सवाल को लेकर इतना तो साफ है कि वो है भारतीय बल्लेबाजी से ही जुड़ा? लेकिन, वो सबसे बड़ा इसलिए है क्योंकि अभी भी टीम इंडिया रोहित और विराट के बगैर जीतने का आर्ट नहीं सीख सकी है. पहले वनडे में विराट बल्लेबाजी पर नहीं उतरे और रोहित नीचले क्रम में आए तो भारतीय बल्लेबाजों को 115 रन बनाने में दम फूल गए. वहीं, दूसरे वनडे में ना रोहित खेले, ना विराट तो टीम हार ही गई. अब ऐसे कैसे जीतेंगे वर्ल्ड कप?सिर्फ सीखेंगे ही क्या कुछ करेंगे भी?पहले वनडे में 115 रन बनाने में भारत के 5 विकेट गिरे तो कप्तान रोहित शर्मा ने ये मानते हुए कि उन्हें ऐसी उम्मीद नहीं थी, थोड़ा ठीकरा पिच पर फोड़ा था. लेकिन, दूसरे वनडे का क्या? यहां तो पिच और हालात सब माकूल थे. फिर क्यों टीम इंडिया ने घुटने टेक दिए? और क्या हार के बाद ये कह देने से कि हम सीख रहे हैं, समस्या हल हो जाएगी? ऊपर से वर्ल्ड कप करीब है, ऐसे में अभी भी जब सीखेंगे ही तो असली काम कब करेंगे?हार्दिक पंड्या की बातों में समस्या का हल नहींदूसरे वनडे में मिली हार के बाद कप्तान हार्दिक पंड्या ने माना कि हमें जैसी बैटिंग करनी चाहिए थी, हमने नहीं की. जबकि, ये विकेट पहले वनडे की विकेट से कहीं बेहतर थी. बल्लेबाजी में इशान को छोड़ सभी ने निराश किया. हमें इससे काफी कुछ सीखने की जरूरत है.अब इस सिचुएशन पर हमें एक गाना याद आ रहा है, देर ना हो जाए कहीं देर ना हो जाए. और वो इसलिए क्योंकि सवाल का सालों से तो पता है पर जवाब हम अभी भी ढूंढ़ ही रहे हैं. ये सिलसिला यूं ही चलता रहा तो फिर से वर्ल्ड कप की उम्मीद वैसे ही टूटेगी जैसे वेस्टइंडीज ने दिसंबर 2019 से चले आ रहे वनडे में अपने खिलाफ भारत के जीत के सिलसिले को तोड़ा है.