Live Hindustan : Oct 06, 2019, 12:51 PM
नई दिल्ली | बेसिक ट्रेनर विमानों के लिए वायुसेना अब विदेशों का रुख नहीं करेगी, बल्कि हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) में बने स्वदेशी विमानों पर ही निर्भर रहेगी। अभी वायुसेना स्विट्जरलैंड निर्मित पिलाट्स यानी पी-7 विमानों का इस्तेमाल करती है। लेकिन वायुसेना की योजना आगे एचएएल में निर्मित एचटीटी-40 विमानों के इस्तेमाल की है। एनडीए सरकार में स्वदेशी रक्षा सामग्री के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है।
इसी कड़ी में एचटीटी-40 विमानों की खरीद को लेकर भी अब वायुसेना गंभीर है। यह विमान परीक्षण के अधीन है और जल्द ही इसे आरंभिक संचालनात्मक मंजूरी (आईओसी) मिल सकती है। कुछ और परीक्षणों के बाद इस अंतिम संचालनात्मक मंजूरी (एफओसी) मिलेगी। वायुसेना प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया के अनुसार हम इस विमान को देख रहे हैं तथा इसे खरीदने के इच्छुक हैं। वायुसेना अभी पायलटों के शुरूआती प्रशिक्षण के लिए पी-7 विमानों का इस्तेमाल कर रही है।हाल में उसने 38 और पी-7 विमानों की खरीद की तैयारी कर ली थी। इसकी प्रक्रिया आरंभ भी हो चुकी थी, लेकिन इस बीच 2012 में यूपीए शासन में 75 पी-7 विमानों की खरीद में भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद इस विमान को बनाने वाली स्विट्जरलैंड की कंपनी को सरकार ने काली सूची में डाल दिया। ऐसी कंपनी से विमान नहीं खरीदे जा सकते हैं। भदौरिया का कहना है कि हालांकि एचटीटी के अभी कई परीक्षण होने बाकी हैं, लेकिन हमने पिलाट्स से 38 विमानों की खरीद की योजना टाल दी है। इसकी जगह एचटीटी-40 हमारे लिए बेहतर विकल्प है। एचटीटी-40 जरूर वायुसेना का हिस्सा बनेगा।
इसी कड़ी में एचटीटी-40 विमानों की खरीद को लेकर भी अब वायुसेना गंभीर है। यह विमान परीक्षण के अधीन है और जल्द ही इसे आरंभिक संचालनात्मक मंजूरी (आईओसी) मिल सकती है। कुछ और परीक्षणों के बाद इस अंतिम संचालनात्मक मंजूरी (एफओसी) मिलेगी। वायुसेना प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया के अनुसार हम इस विमान को देख रहे हैं तथा इसे खरीदने के इच्छुक हैं। वायुसेना अभी पायलटों के शुरूआती प्रशिक्षण के लिए पी-7 विमानों का इस्तेमाल कर रही है।हाल में उसने 38 और पी-7 विमानों की खरीद की तैयारी कर ली थी। इसकी प्रक्रिया आरंभ भी हो चुकी थी, लेकिन इस बीच 2012 में यूपीए शासन में 75 पी-7 विमानों की खरीद में भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद इस विमान को बनाने वाली स्विट्जरलैंड की कंपनी को सरकार ने काली सूची में डाल दिया। ऐसी कंपनी से विमान नहीं खरीदे जा सकते हैं। भदौरिया का कहना है कि हालांकि एचटीटी के अभी कई परीक्षण होने बाकी हैं, लेकिन हमने पिलाट्स से 38 विमानों की खरीद की योजना टाल दी है। इसकी जगह एचटीटी-40 हमारे लिए बेहतर विकल्प है। एचटीटी-40 जरूर वायुसेना का हिस्सा बनेगा।