Vikrant Shekhawat : Apr 21, 2021, 07:08 AM
नई दिल्ली। कोरोना (Corona) वायरस के संक्रमण पर काबू पाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगाए गए 6 दिनों के लॉकडाउन (Lockdown) के बीच प्रवासी मजदूरों का पलायन एक बार फिर शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की अपील बेअसर हो रही है। रेलवे स्टेशन के अलावा बस स्टैंड्स पर मजदूरों की भारी भीड़ देखी जा रही है।
प्रवासी मजदूरों को डर है कि लॉकडाउन का समय पहले की तरह ही इस बार भी बढ़ सकता है। इसलिए वो अपना पूरा सामान लेकर घर लौट रहे हैं। मजदूरों को भरोसा नहीं है कि एक सप्ताह बाद दिल्ली में सब कुछ सामान्य हो जाएगा। सबको लॉकडाउन के लंबा चलने का डर सता रहा है।जहां एक तरफ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को लॉकडाउन की घोषणा करते हुए कहा था कि मैं प्रवासी मजदूरों से हाथ जोड़कर अपील करना चाहता हूं कि दिल्ली छोड़ कर मत जाएं। यह छोटा-सा लॉकडाउन है।सरकार आपकी सभी जरूरतों का ध्यान रखेगी। मेरी आप सभी से अपील है कि आप दिल्ली छोड़कर ना जाएं। हम सब मिलकर इस परिस्थिति का सामना करेंगे।वहीं, दूसरी ओर विपक्षी दल केंद्र सरकार (Central Government) से यही मांग कर रहे हैं कि सरकार इन सभी मजदूरों के खातों में पैसे डाले ताकि कोरोना फैलाने के लिए जनता को दोष न दिया जाये।ये मामला कुछ ही घंटो में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (KOO/ ट्विटर) पर भी ट्रेंड करना शुरू कर रहा है। इस पूरे मामले पर कुछ अपना दुःख व्यक्त कर रहे हैं। कुछ लोग इस पूरे मामले में विपक्ष का साथ देते हुए सरकार से अपील कर रहे हैं कि उनको महीने का भत्ता मिलना चाहिए।इस पूरे मामले को समझे तो इसने सोशल मीडिया में फिर से गरमा गर्मी का माहौल पैदा कर दिया है। वहीं, इस बार पलायन का माहौल सिर्फ दिल्ली ही नई बल्कि राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और पंजाब में देखने को मिला है।इस पूरे मामले की न सिर्फ सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है बल्कि लोग मजदूरों की घर वापसी के तस्वीरें भी शेयर कर अपने-अपने शहरों की हालत साझा कर रहे हैं।
प्रवासी मजदूरों को डर है कि लॉकडाउन का समय पहले की तरह ही इस बार भी बढ़ सकता है। इसलिए वो अपना पूरा सामान लेकर घर लौट रहे हैं। मजदूरों को भरोसा नहीं है कि एक सप्ताह बाद दिल्ली में सब कुछ सामान्य हो जाएगा। सबको लॉकडाउन के लंबा चलने का डर सता रहा है।जहां एक तरफ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को लॉकडाउन की घोषणा करते हुए कहा था कि मैं प्रवासी मजदूरों से हाथ जोड़कर अपील करना चाहता हूं कि दिल्ली छोड़ कर मत जाएं। यह छोटा-सा लॉकडाउन है।सरकार आपकी सभी जरूरतों का ध्यान रखेगी। मेरी आप सभी से अपील है कि आप दिल्ली छोड़कर ना जाएं। हम सब मिलकर इस परिस्थिति का सामना करेंगे।वहीं, दूसरी ओर विपक्षी दल केंद्र सरकार (Central Government) से यही मांग कर रहे हैं कि सरकार इन सभी मजदूरों के खातों में पैसे डाले ताकि कोरोना फैलाने के लिए जनता को दोष न दिया जाये।ये मामला कुछ ही घंटो में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (KOO/ ट्विटर) पर भी ट्रेंड करना शुरू कर रहा है। इस पूरे मामले पर कुछ अपना दुःख व्यक्त कर रहे हैं। कुछ लोग इस पूरे मामले में विपक्ष का साथ देते हुए सरकार से अपील कर रहे हैं कि उनको महीने का भत्ता मिलना चाहिए।इस पूरे मामले को समझे तो इसने सोशल मीडिया में फिर से गरमा गर्मी का माहौल पैदा कर दिया है। वहीं, इस बार पलायन का माहौल सिर्फ दिल्ली ही नई बल्कि राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और पंजाब में देखने को मिला है।इस पूरे मामले की न सिर्फ सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है बल्कि लोग मजदूरों की घर वापसी के तस्वीरें भी शेयर कर अपने-अपने शहरों की हालत साझा कर रहे हैं।