News18 : Mar 19, 2020, 04:42 PM
नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप और हत्या (Nirbhaya Gangrape and murder case) के मामले में दोषियों में से एक पवन गुप्ता की क्यूरेटिव याचिका को खारिज कर दिया गया है। वहीं पवन और अक्षय की दूसरी दया याचिका को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने खारिज कर दिया है। इसी के साथ दोपहर बाद पटियाला हाउस कोर्ट ने भी इस मामले में दोषियों की ओर से दायर एक याचिका को खारिज कर दिया है। याचिका में फांसी की सजा को रोकने की मांग की गई थी। अब माना जा रहा है कि चारों दोषियों की फांसी शुक्रवार सुबह 5.30 बजे के तय समय पर ही होगी। अब इन सभी की फांसी में कोई अड़चन नजर नहीं आ रही है।
निर्भया की वकील ने कहा- कल ही होगी फांसी
वहीं सूत्रों के अनुसार तिहाड़ जेल नंबर 3 में ट्रांसफर किए गए मंडोली जेल के असिस्टेंट सुप्रीटेंडेंट दीपक शर्मा की मौजूदगी में इन चारों दोषियों को फांसी होगी। गौरतलब है कि जेल नंबर तीन में ही ये चारों दोषी भी बंद हैं और इसी जेल में फांसी घर भी बना हुआ है।
वहीं इससे पहले निर्भया गैंग रेप मामले में दोषी अक्षय ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, इसमें अक्षय ने राष्ट्रपति द्वारा खारिज दया याचिका को चुनौती दी है। वहीं एक अन्य खबर के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने एक अन्य दोषी मुकेश सिंह की याचिका लेने से इनकार कर दिया। इस याचिका में दोषी मुकेश ने दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती थी। मुकेश ने हाईकोर्ट में दायर याचिका में दावा किया था कि इस घटना के वक्त वो दिल्ली में मौजूद नहीं था।
वहीं, दिल्ली की तिहाड़ जेल में निर्भया मामले के चारों दोषियों को फांसी देने के लिए पवन जल्लाद ने बुधवार को पुतलों को फांसी देकर अभ्यास किया। दोषियों को शुक्रवार को फांसी दी जानी है। जेल अधिकारियों ने बताया कि पवन मंगलवार को मेरठ से राजधानी पहुंचे और उन्होंने रस्सी से पुतलों को फांसी देकर अभ्यास किया। इस रस्सी का इस्तेमाल दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाने के लिए होगा।
तीन बार टले डेथ वारंट
आपको बता दें कि 5 मार्च को एक निचली अदालत ने मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को फांसी देने के लिए नया डेथ वारंट जारी किया था। चारों दोषियों को 20 मार्च को सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी जाएगी। अदालत ने डेथ वारंट को तीन बार इस आधार पर टाल दिया था कि दोषियों के सभी कानूनी विकल्प समाप्त नहीं हुए हैं और एक या अन्य दोषियों की दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है।16 दिसंबर 2012 की रात
गौरतलब है कि दिल्ली में 23 साल की छात्रा के साथ 16 दिसंबर 2012 की रात को एक चलती बस में बर्बरता के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था। इस घटना के करीब 15 दिन बाद पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। इस घटना ने देश को हिला दिया था। पीड़िता को निर्भया नाम से जाना गया।इस मामले में छह लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिनमें एक नाबालिग शामिल था। वहीं छठे व्यक्ति राम सिंह ने मामले में सुनवाई शुरू होने के कुछ समय बाद खुदकुशी कर ली थी। वहीं नाबालिग को 2015 में रिहा कर दिया गया था। उसने सुधार गृह में तीन साल का समय बिताया था।
निर्भया की वकील ने कहा- कल ही होगी फांसी
वहीं इस निर्भया की तरफ से वकील सीमा कुशवाहा ने कहा कि मुझे अब यकीन है कि चारों दोषियों को शुक्रवार को ही तय समय पर फांसी की सजा दी जाएगी। वहीं दोषी अक्षय के वकील ने कहा है कि दया याचिका खारिज होने की वजह से कई लोग प्रभावित होंगे। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने दया याचिका पर टिप्पणी की थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आप कह रहे हैं कि आपने दूसरी बार दया याचिका दाखिल की और राष्ट्रपति ने उसे रिजेक्ट कर दिया। शीर्ष अदालत ने सवाल किया कि क्या अब न्यायिक समीक्षा की गुंजाइश है?इनकी मौजूदगी में होगी फांसी2012 Delhi gang-rape case: Curative petition of Pawan Gupta, one of the convicts, has been rejected. The second mercy petition of Pawan and Akshay have not been entertained by the President Ram Nath Kovind. The four convicts will be hanged at 5:30 am tomorrow. pic.twitter.com/ydN9t4ThJX
— ANI (@ANI) March 19, 2020
वहीं सूत्रों के अनुसार तिहाड़ जेल नंबर 3 में ट्रांसफर किए गए मंडोली जेल के असिस्टेंट सुप्रीटेंडेंट दीपक शर्मा की मौजूदगी में इन चारों दोषियों को फांसी होगी। गौरतलब है कि जेल नंबर तीन में ही ये चारों दोषी भी बंद हैं और इसी जेल में फांसी घर भी बना हुआ है।
वहीं इससे पहले निर्भया गैंग रेप मामले में दोषी अक्षय ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, इसमें अक्षय ने राष्ट्रपति द्वारा खारिज दया याचिका को चुनौती दी है। वहीं एक अन्य खबर के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने एक अन्य दोषी मुकेश सिंह की याचिका लेने से इनकार कर दिया। इस याचिका में दोषी मुकेश ने दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती थी। मुकेश ने हाईकोर्ट में दायर याचिका में दावा किया था कि इस घटना के वक्त वो दिल्ली में मौजूद नहीं था।
वहीं, दिल्ली की तिहाड़ जेल में निर्भया मामले के चारों दोषियों को फांसी देने के लिए पवन जल्लाद ने बुधवार को पुतलों को फांसी देकर अभ्यास किया। दोषियों को शुक्रवार को फांसी दी जानी है। जेल अधिकारियों ने बताया कि पवन मंगलवार को मेरठ से राजधानी पहुंचे और उन्होंने रस्सी से पुतलों को फांसी देकर अभ्यास किया। इस रस्सी का इस्तेमाल दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाने के लिए होगा।
तीन बार टले डेथ वारंट
आपको बता दें कि 5 मार्च को एक निचली अदालत ने मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को फांसी देने के लिए नया डेथ वारंट जारी किया था। चारों दोषियों को 20 मार्च को सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी जाएगी। अदालत ने डेथ वारंट को तीन बार इस आधार पर टाल दिया था कि दोषियों के सभी कानूनी विकल्प समाप्त नहीं हुए हैं और एक या अन्य दोषियों की दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है।16 दिसंबर 2012 की रात
गौरतलब है कि दिल्ली में 23 साल की छात्रा के साथ 16 दिसंबर 2012 की रात को एक चलती बस में बर्बरता के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था। इस घटना के करीब 15 दिन बाद पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। इस घटना ने देश को हिला दिया था। पीड़िता को निर्भया नाम से जाना गया।इस मामले में छह लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिनमें एक नाबालिग शामिल था। वहीं छठे व्यक्ति राम सिंह ने मामले में सुनवाई शुरू होने के कुछ समय बाद खुदकुशी कर ली थी। वहीं नाबालिग को 2015 में रिहा कर दिया गया था। उसने सुधार गृह में तीन साल का समय बिताया था।