Vikrant Shekhawat : Sep 13, 2021, 07:55 PM
नई दिल्ली: केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने अपनी पढ़ाई गांव के स्कूल में की है और जब वो 10वीं कक्षा पास हो गए तब उन्होंने पहली बार बिजली देखी है। इतना ही कानून मंत्री के इस बैकग्राउंड को भारत के चीफ जस्टिस (Chief Justice of India - CJI) एनवी रमना (NV Ramana) भी नहीं जानते थे। रमना ने सोचा था कि किरेन किसी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) से पढ़ाई की होगी। लीगल पोर्टल Live Law India ने CJI के हवाले से कहा है कि हमारे केंद्रीय कानून मंत्री एक युवा हैं। वो ग्रामीण बैकग्राउंड से आते हैं। मैंने सोचा था कि उन्होंने किसी किसी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की होगी। लेकिन हकीकत में उन्होंने ग्रामीण स्कूल से पढ़ाई की है। उन्होंने 10वीं पास करने के बाद पहली बार बिजली देखी थी।रमना की बातों का जवाब देते हुए कानून मंत्री ने कहा कि भारत के माननीय चीफ जस्टिस सही कह रहे हैं। मैंने अपने गांव के सरकारी प्राइमरी स्कूल और सरकारी सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाई की है। उन्होंने आगे कहा कि जब वो सांसद बने तब उनके गांव में साल 2006 में सड़ बनी।रिजिजू ने ट्वीट कर कहा है कि मेरे गांव को बिजली तब मिली जब मैंने दसवीं पास किया।केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि केंद्र सरकार संसद के अगले शीतकाली सत्र में मध्यस्थता पर एक नया कानून पेश करेगी। कानून मंत्री प्रयागराज में उत्तर प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी और इलाहाबाद हाईकोर्ट के नए भवन के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे। किरेन ने कहा कि हम भारत को अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता का केंद्र बनाना चाहते हैं।इस समारोह में भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मौजूद रहीं।