Live Hindustan : Feb 09, 2020, 06:51 PM
नई दिल्ली: चीन में फैले कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनफिंग को पत्र लिखकर मदद की पेशकश की है। पीएम मोदी ने कोरोना वायरस के प्रकोप को लेकर चीन के लोगों के साथ भारत की एकजुटता व्यक्त की। समाचार एजेंसी भाषा ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है।चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को लिखे पत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने में भारत के सहयोग की पेशकश की है। हाल ही में भारत ने करीब 400 से अधिक छात्रों को चीन के वुहान शहर से वापस भारत लाया।
चीन में घातक कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 811 हो गई है और इसके संक्रमण के 37,000 से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने रविवार को बताया कि शनिवार को इससे 89 और लोगों की जान चली गई और 2,656 नए मामले सामने आए। आयोग के अनुसार 31 प्रांतीय स्तर के क्षेत्रों में इससे अब तक कुल 811 लोगों की जान जा चुकी है और 37,198 मामलों की पुष्टि हुई है।
उसने बताया कि शनिवार को जिन 89 लोगों की जान गई उनमें से 81 हुबेई प्रांत के थे, जहां इस विषाणु के कारण सबसे अधिक लोग मारे गए हैं। इसके अलावा दो लोग हेनान में मारे गए। हेबेई, हेइलोंगजियांग, अनहुइ, शानदोंग, हुनान और गुआंग्शी झुआंग में इससे एक-एक व्यक्ति की जान गई है।
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की एक खबर के अनुसार शनिवार को 600 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई, जिनमें से 324 हुबेई प्रांत के थे।
चीन में घातक कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 811 हो गई है और इसके संक्रमण के 37,000 से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने रविवार को बताया कि शनिवार को इससे 89 और लोगों की जान चली गई और 2,656 नए मामले सामने आए। आयोग के अनुसार 31 प्रांतीय स्तर के क्षेत्रों में इससे अब तक कुल 811 लोगों की जान जा चुकी है और 37,198 मामलों की पुष्टि हुई है।
उसने बताया कि शनिवार को जिन 89 लोगों की जान गई उनमें से 81 हुबेई प्रांत के थे, जहां इस विषाणु के कारण सबसे अधिक लोग मारे गए हैं। इसके अलावा दो लोग हेनान में मारे गए। हेबेई, हेइलोंगजियांग, अनहुइ, शानदोंग, हुनान और गुआंग्शी झुआंग में इससे एक-एक व्यक्ति की जान गई है।
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की एक खबर के अनुसार शनिवार को 600 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई, जिनमें से 324 हुबेई प्रांत के थे।