नारी शक्ति अवार्ड / सांपों को बचाने वाली, उद्यमी, गणितज्ञ समेत 29 महिलाओं को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया सम्मानित

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सांपों को बचाने वाली, ऑर्गेनिक खेती, उद्यमशीलता, कला, शिक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा के लिए 29 महिलाओं को नारी शक्ति अवार्ड से सम्मानित किया। राष्ट्रपति ने महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए उत्कृष्ट सेवाएं देने वाली महिलाओं को 28 पुरस्कार प्रदान किए। इनमें 2020 के लिए 14 पुरस्कार और 2021 के लिए 14 पुरस्कार शामिल हैं।

Vikrant Shekhawat : Mar 09, 2022, 10:14 AM
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सांपों को बचाने वाली, ऑर्गेनिक खेती, उद्यमशीलता, कला, शिक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा के लिए 29 महिलाओं को नारी शक्ति अवार्ड से सम्मानित किया।

राष्ट्रपति ने महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए उत्कृष्ट सेवाएं देने वाली महिलाओं को 28 पुरस्कार प्रदान किए। इनमें 2020 के लिए 14 पुरस्कार और 2021 के लिए 14 पुरस्कार शामिल हैं। 

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की पहल के तहत नारी शक्ति पुरस्कार व्यक्तियों और संस्थानों द्वारा किए जाने वाले उल्लेखनीय योगदान के लिए मान्यतास्वरूप प्रदान किए जाते हैं। वर्ष 2020 के लिए नारी शक्ति पुरस्कार विजेताओं में उद्यमशीलता, कृषि, नवोन्मेष, सामाजिक कार्य, कला, दस्तकारी, एसटीईएमएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, चिकित्सा और गणित) व वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र में काम करने वाली महिलाएं शामिल हैं। वर्ष 2021 के लिए नारी शक्ति पुरस्कार विजेताओं में भाषा-विज्ञान, उद्यमशीलता, कृषि, सामाजिक कार्य, कला, दस्तकारी, मर्चेट नेवी, एसटीईएमएम, शिक्षा, साहित्य, दिव्यांगजन अधिकार जैसे क्षेत्रों में योगदान देने वाली महिलाएं शामिल हैं।

यह पुरस्कार प्राप्त करने वालों में मर्चेट नेवी की कप्तान राधिका मेनन, सामाजिक उद्यमी अनीता गुप्ता, ऑर्गेनिक खेती करने वाली आदिवासी कार्यकर्ता ऊषाबेन दिनेशभाई वसावा, नवाचार के लिए विख्यात नासिरा अख्तर, इंटेल इंडिया की प्रमुख निवृत्ति राय, डाउन सिंड्रोम से पीड़ित कथक नृत्यांगना सायली नन्दकिशोर अगवाने, सांपों को बचाने वाली पहली महिला वनिता जगदेव बोराडे और गणितज्ञ नीना गुप्ता शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात के दौरान विजेताओं से कहा था कि यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि सभी महिलाएं पारिवारिक स्तर पर निर्णय लेने की प्रक्रिया का हिस्सा बनें, जो उनके आर्थिक सशक्तीकरण के परिणामस्वरूप संभव होगा। उन्होंने कहा कि सरकार के ‘वोकल फॉर लोकल’ जैसे कार्यक्रम महिलाओं के योगदान पर निर्भर हैं।