जयपुर में भारी बारिश / त्वरित बचाव कार्रवाई कर रेस्क्यू टीमों ने दोपहर तक 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया

जयपुर शहर में अत्यधिक दृष्टि होने के कारण शुक्रवार को बाढ जैसे हालात होने के कारण सामान्य जन-जीवन प्रभावित हो गया। जगह-जगह सड़कों, मकानों, बाजारों में जलभराव, कई जगह मकान ढहने और रास्ते बंद होने की सूचना जिला प्रशासन को प्राप्त हुईं। सभी सूचनाओं पर त्वरित कार्यवाही करते हुए जिला आपदा प्रबन्धन एवं अन्य रेस्क्यू टीमों को सक्रिय कर दिया गया और लोगों को समय रहते जलभराव वाले स्थानों से निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया गया।

Vikrant Shekhawat : Aug 14, 2020, 09:11 PM
जयपुर | जयपुर शहर में अत्यधिक दृष्टि होने के कारण शुक्रवार को बाढ जैसे हालात होने के कारण सामान्य जन-जीवन प्रभावित हो गया। जगह-जगह सड़कों, मकानों, बाजारों में जलभराव, कई जगह मकान ढहने और रास्ते बंद होने की सूचना जिला प्रशासन को प्राप्त हुईं। सभी सूचनाओं पर त्वरित कार्यवाही करते हुए जिला आपदा प्रबन्धन एवं अन्य रेस्क्यू टीमों को सक्रिय कर दिया गया और लोगों को समय रहते जलभराव वाले स्थानों से निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया गया। निचले इलाकों, जलभराव की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों पर सतत निगरानी रखी जा रही है।


जिला कलक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने बताया कि सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक कुल 184 मिमी बारिश कलक्टे्रट के कन्ट्रोल रूम पर दर्ज की गई। सुबह 8 बजे से ही जिला कलक्टे्रट के कन्ट्रोल रूम पर शिकायतें आने लगीं थीं और दोपहर 2 बजे तक कुल 78 शिकायतें दर्ज की गईं। इसके बाद भी शिकायतों का आना जारी था।


नेहरा ने बताया कि सिविल डिफेंस की पर्याप्त संख्या में टीमें गठित कर विभिन्न क्षेत्रों में बचाव कार्य सुबह से ही प्रारम्भ कर दिया गया। एसडीआरएफ की भी 3 टीमें लगाई गई हैं। इसके अलावा नागरिक सुरक्षा के पर्याप्त संख्या में अतिरिक्त स्वयसेवकों को बचाव कार्य के लिए किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है।


जिला कलक्टर ने बताया कि भारी बारिश के कारण जामडोली से भानपुर कलां जाते समय मित्तल कॉलेज के पास एक गाड़ी बह जाने से उसमें सवार 50 वर्षीय राम प्रताप मीना, 45 वषीर्य पारी मीणा और 2 वर्ष के काना मीणा की मृत्यु हो गई। एक व्यक्ति का शव खोह नागोरियान में मिला है जिसकी पहचान की जा रही है।


नेहरा ने बताया कि शुक्रवार को हुई तेज बारिश में गुर्जर की घाटी, जलमहल पर एक कच्चा मकान ढह गया। जलमहल में अत्यधिक पानी की आवक के कारण जलमहल के गेट खोले गए। इससे मानबाग, जयसिंहपुरा खोर की कॉलोनियोें में पानी भर गया। यहां पटवारी एवं ग्राम विकास अधिकारियों द्वारा निगरानी कराई जा रही है। जवाहर नगर कच्ची बस्तियों में भी पानी भर गया जिसे मड पम्प से निकाला गया। घरो में पानी भरने से प्रभावित हुए लोगों को आदर्शनगर उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिविर लगाकर रखा गया है।


गलता गेट क्षेत्र में मीणा पेट्रोल पम्प के पास सुन्दर नगर, सोमेश्वर नगर , गणेश बस्ती क्षेत्र में बड़ी मात्रा में मिट्टी बहकर घरों में पानी के साथ आ गई इसे हटाने के लिए जेसीबी लगवाइ गई। बंध की घाटी, दिल्ली रोड पर पहाड़ ढह जाने से एक तरफ यातायात का संचालन करवाया गया। करतापुरा नाला भी ओवरफ्लो होने के कारण आस पास के घरों में पानी भरना शुरू हो गया था, इसलिए यहां सतत निगरानी रखी जा रही है।


इसी प्रकार गंगापोल, भट्टा बस्ती, जवाहर नगर, जालूपुरा एवं गिरधारीपुरा में कच्चे मकान ढहने की सूचना पर बचाव कार्य के लिए टीमें रवाना की गईं।


नेहरा ने बताया कि सराय बावड़ी आमेर में मकान गिरने पर बचाव कार्य कर 2 व्यक्तियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। ब्रहम्पुरी में पाकिर्ंग में 2 व्यक्ति फंसे होने पर उन्हें रेस्क्यू किया गया। तेलीपाड़ा चौड़ा रास्ता स्थित विद्यालय से 16 अध्यापकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। टीला नम्बर 2 से 25 एवं टीला नम्बर 6 से 25 परिवारेां को कुल 100 व्यक्तियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।


उपखण्ड क्षेत्र आमेर में भी हाथी गांव के सामने आमेर बक्सा कुण्ड कच्ची बस्ती में जल भराव हो गया। जे.पी.कॉलोनी में एक पक्का मकान ढह गया। जयसिंहपुरा में गोपी कॉलोनी में पानी भर गया। ठाठर रोड नन्द बाग में दो मंजिला मकान ढह गया। रहमत कॉलोनी में भी एक मकान ढह गया। लाल हनुमान मंदिर के पास भी एक मकान ढह गया। जल भराव के क्षेत्रों में नगर निगम आमेर की टीमों द्वारा जल निकासी कार्य किया जा रहा है।


जिला कलक्टर नेहरा ने जयपुर वासियों से अपील की है कि बारिश के दौरान तेज बहाव में सड़क पार करने की कोशिश नहीं करें। जयपुर में कई जगह बड़े नाले भी हैं। इनके आसपास के गुजरते समय विशेष तौर पर सावधान रहें। बिजली के पोल, खुले बॉक्स, मकानों के पास से गुजरती बिजली की लाइनों एवं टूटे तारों से सावधान रहें, इनसे गीले होने पर करंट आ सकता है। खासकर चारदीवारी में यदि घर जर्जर हो चुका है तो इसकी सूचना जिला प्रशासन को देकर बारिश के दौरान निर्धारित सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।