Vikrant Shekhawat : Jul 15, 2021, 05:14 PM
Delhi: मौजूदा समय में जिस तरह से लोगों की लाइफस्टाइल बदल रही है, उसी तरह से बीमारियां भी बढ़ रही है और इस बीच हार्ट अटैक (Heart Attack) का खतरा भी तेजी से बढ़ा है। वर्ल्ड हेल्थ फेडरेशन के मुताबिक जिस व्यक्ति के परिवार में उसके निकट संबंधी हार्ट अटैक का शिकार हुए हैं, उस व्यक्ति को भविष्य में हार्ट अटैक का जोखिम रहता है। हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियों के बढ़ते मामलों पर काबू पाने के लिए एक खास शोध किया गया है।
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, शोध में यह बात सामने आई है कि पुरुषों में पाए जाने वाले सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) टेस्टोस्टेरोन थेरेपी के जरिये पुरुषों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसके साथ ही शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर किसी पुरुष में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी हो तो उन्हें इसके सप्लीमेंट देकर हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे से बचाया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, 10 साल में इस शोध को पूरा किया गया है, जिसे यूरोपियन एसोसिएशन ऑफ यूरोलॉजी कांग्रेस में पेश किया गया है। टेस्टोस्टेरोन की कमी वाले लोगों पर की गई इस स्टडी में जर्मनी और कतर के 800 से अधिक पुरुषों को शामिल किया गया था।शोध में शामिल आधे से ज्यादा पुरुषों तक लंबे समय तक टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी दी गई। इसके साथ ही उन्हें शराब और सिगरेट से दूर रहने के अलावा नियमित रूप से व्यायाम और हेल्दी डाइट लेने की सलाह दी गई। इसके बाद टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी लेने वाले पुरुषों की तुलना उन पुरुषों से की गई जो ये थेरेपी नहीं ले रहे थे। रिपोर्ट के अनुसार, टेस्टोस्टेरोन थेरेपी ले रहे 412 पुरुषों में से 16 की मौत किसी अन्य कारण से हुई। वहीं टेस्टोस्टेरोन थेरेपी नहीं लेने वाले 393 पुरुषों में से 70 पुरुषों की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई। इनमें से 59 की मौत का कारण हार्ट स्ट्रोक था।टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) की कमी से पुरुषों में भूख में कमी, डिप्रेशन, यौन इच्छा में कमी और वजन बढ़ना जैसे समस्याएं होती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, शोध के दौरान टेस्टोस्टेरोन थेरेपी लेने वाले पुरुषों में कई अन्य स्वास्थ्य संबंधी सुधार भी देखे गए। इस दौरान कुछ पुरुषों का बढ़ा वजन कम हो गया तो कुछ की मांसपेशियां मजबूत हो गईं। इसके अलावा कुछ पुरुषों के कोलेस्ट्रॉल के स्तर और लिवर में सुधार हुआ। इतना ही नहीं हाई ब्लड प्रेशर कम होने की वजह से इनका डायबिटीज भी कंट्रोल में रहा।
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, शोध में यह बात सामने आई है कि पुरुषों में पाए जाने वाले सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) टेस्टोस्टेरोन थेरेपी के जरिये पुरुषों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसके साथ ही शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर किसी पुरुष में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी हो तो उन्हें इसके सप्लीमेंट देकर हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे से बचाया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, 10 साल में इस शोध को पूरा किया गया है, जिसे यूरोपियन एसोसिएशन ऑफ यूरोलॉजी कांग्रेस में पेश किया गया है। टेस्टोस्टेरोन की कमी वाले लोगों पर की गई इस स्टडी में जर्मनी और कतर के 800 से अधिक पुरुषों को शामिल किया गया था।शोध में शामिल आधे से ज्यादा पुरुषों तक लंबे समय तक टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी दी गई। इसके साथ ही उन्हें शराब और सिगरेट से दूर रहने के अलावा नियमित रूप से व्यायाम और हेल्दी डाइट लेने की सलाह दी गई। इसके बाद टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी लेने वाले पुरुषों की तुलना उन पुरुषों से की गई जो ये थेरेपी नहीं ले रहे थे। रिपोर्ट के अनुसार, टेस्टोस्टेरोन थेरेपी ले रहे 412 पुरुषों में से 16 की मौत किसी अन्य कारण से हुई। वहीं टेस्टोस्टेरोन थेरेपी नहीं लेने वाले 393 पुरुषों में से 70 पुरुषों की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई। इनमें से 59 की मौत का कारण हार्ट स्ट्रोक था।टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) की कमी से पुरुषों में भूख में कमी, डिप्रेशन, यौन इच्छा में कमी और वजन बढ़ना जैसे समस्याएं होती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, शोध के दौरान टेस्टोस्टेरोन थेरेपी लेने वाले पुरुषों में कई अन्य स्वास्थ्य संबंधी सुधार भी देखे गए। इस दौरान कुछ पुरुषों का बढ़ा वजन कम हो गया तो कुछ की मांसपेशियां मजबूत हो गईं। इसके अलावा कुछ पुरुषों के कोलेस्ट्रॉल के स्तर और लिवर में सुधार हुआ। इतना ही नहीं हाई ब्लड प्रेशर कम होने की वजह से इनका डायबिटीज भी कंट्रोल में रहा।