Rajasthan Political Crisis / स्पीकर CP Joshi - वैभव गहलोत का वीडियो वायरल

अब विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी और सीएम अशोक गहलोत के बेटे व राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत की बातचीत का वीडियो वायरल हुआ है इस वायरल वीडियो में दोनों के बीच कांग्रेस के बागी विधायकों को लेकर बातचीत हो रही है इस वीडियो में डॉ. सीपी जोशी वैभव से कह रहे हैं कि 30 आदमी निकल जाते तो आप कुछ नहीं कर सकते थे, सरकार नहीं चल सकती थी

Vikrant Shekhawat : Jul 30, 2020, 02:50 PM

राजस्‍थान में चल रहे सियासी संकट (Political crisis) में नित नये खुलासे हो रहे हैं. पिछले दिनों विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर वायरल हुए ऑडियो के बाद अब विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी (Dr. CP Joshi) और सीएम अशोक गहलोत के बेटे व राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत की बातचीत का वीडियो वायरल (Video viral) हुआ है. इस वायरल वीडियो में दोनों के बीच कांग्रेस के बागी विधायकों को लेकर बातचीत हो रही है. इस वीडियो में डॉ. सीपी जोशी वैभव से कह रहे हैं कि 30 आदमी निकल जाते तो आप कुछ नहीं कर सकते थे, सरकार नहीं चल सकती थी.


बीजेपी हुई हमलावर

स्पीकर डॉ. सीपी जोशी और वैभव गहलोत के इस वीडियो के वायरल हो जाने के बाद बीजेपी एक बार फिर से कांग्रेस पर हमलावर हो गई है. वैभव गहलोत बुधवार को स्पीकर डॉ. सीपी जोशी के जन्मदिन पर उनसे मुलाकात करने घर गये थे. यह वीडियो उसी मुलाकात का बताया जा रहा है. इसमें बागी विधायकों के बारे में बातचीत हो रही है. विधानसभा स्पीकर डॉ. सीपी जोशी से जब वायरल वीडियो के बारे में फोन पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया.


वायरल वीडियो की बातचीत के अंश

डॉ. सीपी जोशी: बहुत टफ मामला हो गया...


वैभव गहलोत: अस्पष्ट ऑडियो..राज्यसभा चुनाव से इन्होंने 10 दिन ले लिए...इसी वजह से मूड खराब हो रहा है...


डॉ. सीपी जोशी: 30 आदमी निकल जाते तो आप कुछ नहीं कर सकते थे... हल्ला करते रहते... वे सरकार गिरा देते... बैकफुट पर तो... अपने हिसाब से कॉन्टैक्ट के लिए उन्होंने यूज करवा लिया, बाकी दूसरे के बस का रोग नहीं है...


स्पीकर को नैतिकता के नाते इस्तीफा देना चाहिए

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने इस वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संविधान में स्पीकर को विशेष दर्जा है. सदन में उनकी भूमिका निरपेक्ष रहती है. लेकिन ऐसे तो सदन में निष्पक्षता नहीं रहेगी. पूनिया ने कहा कि स्पीकर को नैतिकता के नाते इस्तीफा देना चाहिए. बकौल पूनिया अशोक गहलोत को पुत्र की चिंता कई सालों से है. वीडियो से लगता है कि स्पीकर को भी अशोक गहलोत की चिंता है. स्पीकर को सरकार बचाने की चिंता है.