Vikrant Shekhawat : Jun 20, 2024, 05:45 PM
NEET UG Exam: अंडरग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम (NEET UG) विवादों में घिरा हुआ है. इसी बीच शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यूजीसी नेट परीक्षा रद्द का घोषणा की. इन दोनों परीक्षाओं को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. छात्रों के भविष्य का हवाला देते हुए गुरुवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सरकार को घेरने के साथ ही व्यक्तिगत तौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला है. तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि नीट पेपर और UGC-NET के पेपर लीक हुए हैं. कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन की लड़ाई रोक दी थी. इजराइल और गाजा की लड़ाई को भी नरेंद्र मोदी ने रोक दिया था लेकिन किसी न किसी कारण देश में जो पेपर लीक हो रहे हैं, उन्हें नरेंद्र मोदी नहीं रोक पा रहे या फिर रोकना नहीं चाहते हैं.NEET और UGC-NET परीक्षा विवाद को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि वो इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे. उन्होंने बिहार का जिक्र करते हुए कहा कि जिसने भी अंडरग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम का पेपर लीक कराया है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने दावा किया कि देश के शिक्षण संस्थाओं पर भाजपा और संघ से जुड़े लोगों ने कब्जा कर लिया है. जब तक इस चीज को नहीं बदला जाएगा, पेपर लीक होना बंद नहीं होंगे.इन दो कामों के लिए सरकार पर दबाव डालेगा विपक्षबीजेपी और संघ पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा, ये लोग हर पोस्ट पर अपने ही लोगों को बैठाते हैं. इस सिस्टम को हमें रिवर्स करना होगा. कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो में कहा था कि पेपर लीक होने के बाद कार्रवाई करने के साथ ही, पेपर लीक रोकने के लिए सिस्टम को री-डिजाइन करना होगा. विपक्ष दबाव डालकर सरकार से ये दो काम कराने की कोशिश करेगा. युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. मध्य प्रदेश में हुए व्यापम घोटाले को ये सरकार पूरे देश में फैलाने की कोशिश कर रही है.पेपर लीक एंटी नेशनल गतिविधि हैप्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल ने कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान हजारों छात्रों ने पेपर लीक की शिकायत की थी. अब देश में नीट और नेट के पेपर लीक हुए हैं. पेपर लीक एक एंटी नेशनल गतिविधि है क्योंकि इससे युवाओं को जबरदस्त चोट पहुंचती है. छात्रों पर बहुत ज्यादा दबाव है. उनको बेरोजगारी का सामना कर रहा है. छात्रों के लिए बहुत कम अवसर हैं. युवाओं के पास आगे बढ़ने का कोई रास्ता नहीं है. यह गंभीर राष्ट्रीय संकट है. इसलिए पेपर लीक के जिम्मेदारों को पकड़ा जाना चाहिए. उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.