Suryakumar Yadav Failure / T20 का स्टार ODI में फेल- 16 पारियों से जारी सूर्यकुमार यादव की नाकामी

भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला हो चुका है, जिसे टीम इंडिया ने बिना किसी खास परेशानी के जीत लिया. इस मैच में टीम इंडिया ने बैटिंग ऑर्डर को लेकर कुछ ऐसे एक्सपेरिमेंट किये, जिसकी उम्मीद नहीं थी. इसके बावजूद एक ऐसे सवाल का जवाब नहीं मिल पाया, जो अब एक अबूझ पहेली बनता जा रहा है. ये अबूझ पहेली है- सूर्यकुमार यादव और वनडे क्रिकेट से उनका अजीब रिश्ता, जहां सबकुछ करने के बाद भी बात बन नहीं

Vikrant Shekhawat : Jul 28, 2023, 08:02 AM
Suryakumar Yadav Failure: भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला हो चुका है, जिसे टीम इंडिया ने बिना किसी खास परेशानी के जीत लिया. इस मैच में टीम इंडिया ने बैटिंग ऑर्डर को लेकर कुछ ऐसे एक्सपेरिमेंट किये, जिसकी उम्मीद नहीं थी. इसके बावजूद एक ऐसे सवाल का जवाब नहीं मिल पाया, जो अब एक अबूझ पहेली बनता जा रहा है. ये अबूझ पहेली है- सूर्यकुमार यादव और वनडे क्रिकेट से उनका अजीब रिश्ता, जहां सबकुछ करने के बाद भी बात बन नहीं रही है.

पिछले करीब डेढ़ साल में सूर्यकुमार यादव ने टी20 क्रिकेट में अपनी सत्ता स्थापित करके दिखाई है. अपनी बेबाक अंदाज की बल्लेबाजी और अलग-अलग शॉट्स से फील्डिंग को भेदने की काबिलियत के दम पर सूर्या ने मौजूदा वक्त में सबसे छोटे फॉर्मेट के बेस्ट बल्लेबाज का रुतबा हासिल किया है. इसके बावजूद टी20 से थोड़े ही बड़े फॉर्मेट, वनडे में उनकी दाल नहीं गल पाई है और संघर्ष वेस्टइंडीज के खिलाफ भी जारी है.

सूर्या ने गंवाया अच्छा मौका

बारबडोस में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले मैच में टीम इंडिया को सिर्फ 115 रन बनाने थे. ऐसे में कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली अपनी नियमित जगहों पर बैटिंग के लिए नहीं आए. रोहित को मजबूरी में सातवें नंबर पर आना पड़ा, जबकि कोहली को तो जरूरत ही नहीं पड़ी. ऐसे में कोहली की तीसरे नंबर की पोजिशन पर सूर्यकुमार यादव को मौका दिया गया. उम्मीद थी कि वो एक कमजोर दिख रही विंडीज टीम के खिलाफ लंबे वक्त तक क्रीज पर टिककर टीम को जिताएंगे.

सूर्या के लिए ये पारी इसलिए भी अहम थी क्योंकि इससे पहले वनडे में उनकी पिछली 3 पारियां किसी बुरे सपने जैसी थीं. मार्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीनों वनडे में वो एक-एक गेंद में ही खाता खोले बिना आउट होते रहे. बारबडोस में वो खाता खोलने में सफल रहे. उन्होंने अपने पसंदीदा हुक शॉट पर विकेट के पीछे एक छक्का भी मारा. ये हालांकि ज्यादा देर नहीं चला और बाएं हाथ के स्पिनर गुडकेश मोती की गेंद को स्वीप करने की कोशिश में वो LBW आउट हो गए.

16 पारियों से सुपर फ्लॉप

वो 25 गेंदों में 19 रन ही बना सके. नंबर एक रैंक टी20 बल्लेबाज के लिए इस तरह वनडे में एक और पारी निराशा के साथ खत्म हुई. जिस स्वीप शॉट पर वो इंटरनेशनल टी20 से लेकर IPL तक ढेरों बाउंड्री बटोरते हैं, वो उनके लिए वनडे क्रिकेट में किसी आफत की तरह साबित हो रहा है. पहले भी वो इस तरह आउट होते रहे हैं.

अपने 48 मैचों के टी20 करियर में 46 की औसत और 175 की स्ट्राइक रेट से 1675 रन (3 शतक, 13 अर्धशतक) बनाने वाले सूर्या 22 वनडे पारियों में सिर्फ 452 रन ही बना सके हैं. इसमें उनका औसत 23 का है और सिर्फ 2 अर्धशतक हैं. इसमें भी 261 रन तो करियर की शुरुआती 6 पारियों में ही आए थे और तब उनका औसत 65 का था. अगली 16 पारियों में उनका औसत सिर्फ 12.73 का ही रह गया है.

वर्ल्ड कप मुश्किल, कब तक मिलेगा चांस?

इससे ये सवाल उठता है कि आखिर एक व्हाइट बॉल फॉर्मेट में स्टार बन चुके सूर्या इसके ही बड़े रूप में क्यों सफल नहीं हो पा रहे हैं. दूसरा और इससे भी अहम सवाल ये है कि आखिर कब तक सूर्या को ऐसे मौके दिये जाएंगे? क्या अब वक्त आ गया है कि संजू सैमसन को इस नंबर पर ट्राय किया जाए? जाहिर तौर पर ऐसी फॉर्म के साथ उनका वर्ल्ड कप तो दूर एशिया कप के लिए भी चुना जाना मुश्किल है. साफ है कि टीम इंडिया को श्रेयस अय्यर और केएल राहुल की बेहद जरूरत है.