देश / दशक का आखिरी सूर्यग्रहण भारत में दिखना हुआ शुरू, 'अंगूठी' जैसा दिखा सूरज

दशक का आखिरी सूर्यग्रहण गुरुवार को उत्तरी गोलार्ध में दिखना शुरू हो गया और इसे भारत के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा। यह अर्ध सूर्यग्रहण सुबह करीब 8 बजे शुरू हुआ है और 9.04 बजे यह अंगूठी का आकार लेना शुरू हो गया है।। ऐसा सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चांद सूर्य के मध्य भाग को ढक देता है।

Live Hindustan : Dec 26, 2019, 09:27 AM
Surya Grahan Solar Eclipse December 2019 ‌वर्ष 2019 का सबसे बड़ा और आखिरी सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है। इससे पहले इस साल 6 जनवरी और 2 जुलाई को आंशिक सूर्यग्रहण लगा था। यह सूर्य ग्रहण को देश के दक्षिणी भाग में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के हिस्सों में दिखाई दिया जबकि देश के अन्य हिस्सों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई दिया। दरअसल कहीं बादल तो कहीं साफ आसमान में सूरज पर ग्रहण का नजारा देखने को मिला।

यह सूर्य ग्रहण खंडग्रास वलयाकार ग्रहण है और आज सूर्य  'रिंग ऑफ फायर' की तरह दिखेगा। यह नजारा बेहद खूबसूरत होगा, लेकिन नासा ने इसके लिए चेतावनी जारी की है।

नासा ने कहा है कि यह सूर्य ग्रहण जितना सुंदर होगा, उतना ही खतरनाक भी होगा, इसलिए सूर्य ग्रहण के दौरान नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण की तरफ न देखें। यही नहीं इसको देखने के समय विशेष सावधानी बरतें।

ग्रहण 3 घंटे 12 मिनट तक चलेगा।  11.05 तक यह सूर्य ग्रहण खत्म हो जाएगा। हालांकि उत्तर भारत में सूर्यग्रहण का पूर्ण नहीं बल्कि आंशिक प्रभाव ही दिखाई देगा, लेकिन दक्षिण भारत के तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल के कई हिस्सों में पूर्ण कुंडलाकार सूर्यग्रहण का अद्भुत नजारा दिखाई देगा। सूर्यग्रहण की घटना सूर्य और पृथ्वी के मध्य में चंद्रमा आने के कारण होती है। दक्षिण भारत के अलावा सऊदी अरब, कतर, यूएई, ओमान, श्रीलंका, मलयेशिया, इंडोनेशिया, सिंगापुर, उत्तरी मारियाना द्वीप आदि में भी इसका पूर्ण रूप देखा जा सकेगा। इस सूर्य ग्रहण का सूतक बारह घंटे पहले ही 25 दिसंबर की रात 8:17 पर लग चुका है।

खासकर सूर्य ग्रहण के दौरान आपके पास चश्मा होना चाहिए। इसके अलावा अगर आप फोटोग्राफ लेना चाहते हैं तो आपके पास सोलर फिल्टर्स होने चाहिए। दरअसल कहा जाता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान इससे खास तरह की किरणें निकलती हैं जो हमारी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं।

इस ग्रहण को सीधे आंखों से देखने से बचें। ये सूर्य ग्रहण धनु राशि और मूल नक्षत्र में बनेगा इसलिए व्यक्तिगत रूप से धनु राशि और मूल नक्षत्र में जन्मे लोगों पर इस ग्रहण का विशेष प्रभाव पड़ेगा। इसलिए धनु राशि के लोगों को सूर्य ग्रहण (surya grahan december 2019 in india) नहीं देखना चाहिए। चैन्नई में भी सूर्य पर चंद्रमा की छाया पड़ने लगी है।

दुबई में भी सूर्य ग्रहण का नजारा बेहद खूबसूरत दिखाई दे रहा है।

भारतीय समय अनुसार आंशिक सूर्य ग्रहण सुबह 8.04 मिनट से शुरू होगा और सूर्य ग्रहण सुबह 9.24 से चंद्रमा सूर्य के किनारे को ढकना शुरू करेगा। पूर्व सूर्य ग्रहण सुबह 9.26 पर दिखाई देगा। वहीं, 11.05 तक यह सूर्य ग्रहण खत्म हो जाएगा। इस ग्रहण की अवधि तीन घंटे बारह मिनट होगी। 

इंदौर में 8.09 पर, पटना में 8.25 पर, जयपुर में 8.13 पर, कोलकाता में 8.17 पर, लखनऊ में 8.20 पर और नई दिल्ली में 8. 17 पर सूर्य ग्रहण शुरू होगा। 

25 दिसम्बर की रात 8:17 पर सूतक लग चुके हैं जो सूर्य ग्रहण के बाद समाप्त होंगे। हरिद्वार में सूर्य ग्रहण के चलते गुरुवार को गंगा आरती सुबह न होकर पूर्वाह्न 11.30 बजे होगी। सूर्य ग्रहण के कारण लगने वाले सूतक को लेकर यह निर्णय लिया गया है। मनसा देवी, चंडी देवी, माया देवी समेत सभी मंदिरों के कपाट देरी से खुलेंगे।