Vikrant Shekhawat : Jul 22, 2023, 05:15 PM
Manipur Violence: मणिपुर हिंसा और दो महिलाओं को सड़क पर निर्वस्त्र घुमाने के मामले पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर हमला बोला है. दरअसल, बीजेपी ने आरोप लगाया है कि महिलाओं के वीडियों को जानबूझकर ऐसे समय रिलीज किया ताकि संसद की कार्यवाही बाधित हो. इस पर ओवैसी ने कहा कि ये बेशर्मी की हद है. बीजेपी के सात विधायक ये कह रहे हैं कि एक-दो महिलाएं नहीं हैं बल्कि कई महिलाओं का रेप हुआ है.AIMIM प्रमुख ने सवाल उठाते हुए कहा कि वीडियो को किसने जारी किया है? मणिपुर में इंटरनेट बैन कर रखा है. जिसने ऐसा किया है उसके ऊपर NIA से जांच करवानी चाहिए. साथ ही साथ UAPA लगानी चाहिए. बीजेपी ने पीड़ित परिवार को हमदर्दी दिखाने की बजाय बेशर्मी दिखाई. वीडियो निकालने पर तकलीफ हो रही है, ये सब 70 दिनों से चल रहा है.उन्होंने कहा कि एक एडिशनल एफिडेविट सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया गया है, वो तो षड्यंत्र का हिस्सा नहीं है. इस एफिडेविट में बताया गया है कि कुकी समुदाय के एक शख्स का बीजेपी के विधायक के पीआरो ने सर काटकर हाथ में पकड़ा हुआ है. उस सर को वह फेंस पर लगाता है. बीजेपी इसको भी झूठ बताएगी. इस तरह का काम मणिपुर में हो रहा है. 300 चर्चों को जला दिया गया है.50 हजार लोग अपने ही देश में बेघर हो चुके हैं- ओवैसीअसदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘मणिपुर में गृह मंत्री अमित शाह हिंसा के पांच हफ्तों के बाद गए. उन्होंने वहां जाकर कहा था कि मैं 15 दिन बाद फिर लौटकर आऊंगा. 15 दिन से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है. आज भी वहां हत्याएं हो रही हैं. 50 हजार लोग अपने ही देश में बेघर हो चुके हैं. वे शरणार्थियों की जिंदगी गुजार रहे हैं. क्या प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को नहीं मालूम था कि रेप हुआ है? किस बुनियाद पर कहा जा रहा है कि हम तमाम लोगों का सर नीचे झुक गया है? सर अगर नीचे झुका है तो वो बीजेपी सरकार का झुका है. पिछले 9 साल से बहुसंख्यकवादी प्रोजेक्ट शुरू किया गया है, उसकी वजह से ये हुआ है. दो महिलाओं के रेप का वीडियो देखकर ही हमें शर्म आएगी तो देश कैसे चलेगा?’