देश / भारत में कोयले का कोई संकट नहीं, हम ऊर्जा की मांग पूरी करने में सक्षम: ऊर्जा मंत्री

कोयले की कमी से भारत में संभावित बिजली संकट की खबरों के बीच ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने कहा कि मौजूदा कोयला भंडार 4-दिन तक चलेगा लेकिन देश में 'कोयले की कोई कमी नहीं है'। ऊर्जा की मांग में वृद्धि को स्वीकारते हुए उन्होंने कहा, "हम इसे पूरा करने में सक्षम हैं।" इससे पहले उन्होंने संकट की आशंका जताई थी।

Vikrant Shekhawat : Oct 06, 2021, 10:40 AM
नई दिल्ली: देश में कोयले की कमी की खबरों को खारिज करते हुए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने मंगलवार को कहा कि चीन की तरह भारत में कोयला संकट नहीं है और देश कोयले की बढ़ती मांग को पूरा करने की स्थिति में है। बिजली की मांग में वृद्धि को देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत बताते हुए सिंह ने कहा, "कोयले की मांग बढ़ी है और हम इस मांग को पूरा कर रहे हैं। हम मांगों में और वृद्धि को पूरा करने की स्थिति में हैं।" 

एएनआई के साथ बातचीत में सिंह ने कहा, "ऊर्जा की मांग में तेज वृद्धि हमारी अर्थव्यवस्था की वसूली का एक अच्छा संकेत है। इससे पता चलता है कि हमारी अर्थव्यवस्था बढ़ रही है और इसे उसी तरह से लिया जाना चाहिए। हमने सिस्टम में लगभग 2.83 करोड़ उपभोक्ता नए जोड़े हैं। उनमें से ज्यादातर निम्न-मध्यम वर्ग और गरीब वर्ग से हैं। वे पंखे, रोशनी और टेलीविजन सेट खरीद रहे हैं, यह भी मांग में वृद्धि का कारण है।" 

केंद्रीय मंत्री ने कहा, "अगर मांग और बढ़ती है तो हम उसे भी पूरा करने में सक्षम हैं क्योंकि हमारे पास पर्याप्त व्यवस्था है। अगर हम आज का स्टॉक देखते हैं, हमारे पास 4 दिनों का कोयला स्टॉक है। कोयला रैक रोज आ रहे हैं। हमारे पास बिजली सचिव की अध्यक्षता में एक समिति है, जिसमें रेलवे और कोयला मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी हैं जो रोजाना स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और मांग और आपूर्ति की स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं। यह समिति सुनिश्चित करती है कि किसी भी बिजली संयंत्र को कोयले की कमी का सामना न करना पड़े।"

ऊर्जा संकट का सामना कर रहे पड़ोसी देश चीन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित करने के लिए चीन कीमतें बढ़ा रहा है लेकिन भारत के लिए यह चिंताजनक स्थिति नहीं है। कहा कि भारत में कोई कोयला संकट नहीं है और जो भी मांग है, हम मांग को पूरा करने में सक्षम हैं।" 

बता दें कि कोयला मंत्रालय ने वर्ष 2021-22 के लिए एक एजेंडे को अंतिम रूप दिया, जिसमें 2024 तक एक बिलियन टन उत्पादन लक्ष्य सुनिश्चित किया गया है।