Vikrant Shekhawat : Jul 10, 2024, 10:47 PM
PM Modi Austria Visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के बाद अब ऑस्ट्रिया के दौरे पर हैं। यहां पर पीएम मोदी अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं। इसी बीच ऑस्ट्रियाई भौतिक विज्ञानी और नोबेल पुरस्कार विजेता एंटोन ज़िलिंगर ने पीएम मोदी से मुलाकात की। पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान भौतिक विज्ञानी एंटोन ज़िलिंगर ने भौतिक विज्ञान से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की। पीएम मोदी के साथ हुई मुलाकात के बाद एंटोन ज़िलिंगर उनकी तारीफ की है। क्या बोले एंटोन ज़ेलिंगरपीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद ऑस्ट्रियाई भौतिक विज्ञानी और नोबेल पुरस्कार विजेता एंटोन ज़ेलिंगर ने कहा, "बहुत ही सुखद चर्चा हुई। हमने आध्यात्मिक चीजों के बारे में चर्चा की, हमने क्वांटम सूचना, क्वांटम प्रौद्योगिकी और क्वांटम भौतिकी के बुनियादी मौलिक विचारों की संभावनाओं के बारे में बात की। मैंने उन्हें एक बहुत ही आध्यात्मिक व्यक्ति के रूप में अनुभव किया, और मुझे लगता है कि यह एक ऐसी विशेषता है जो आज दुनिया के ज़्यादातर नेताओं में होनी चाहिए...मुद्दा यह है कि आप प्रतिभाशाली युवाओं को उनके अपने विचारों का अनुसरण करने के लिए समर्थन देते हैं और उनसे वास्तव में नए विचार आते हैं। यह कुछ ऐसा है जो हर देश में हो सकता है, ख़ास तौर पर भारत में..."पीएम मोदी ने क्या कहापीएम मोदी ने कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता एंटोन ज़ेलिंगर के साथ एक बेहतरीन मुलाकात हुई। क्वांटम यांत्रिकी में उनका काम पथप्रदर्शक है। ज्ञान और सीखने के प्रति उनका जुनून स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था। मैंने राष्ट्रीय क्वांटम मिशन जैसे भारत के प्रयासों और कैसे हम तकनीक और नवाचार के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र का पोषण कर रहे हैं, के बारे में बात की। मुझे उनकी पुस्तक प्राप्त करके भी खुशी हुई।एंटोन ज़िलिंगर के बारे में जानें बता दें कि, एंटोन ज़िलिंगर का जन्म 20 मई 1945 को ऑस्ट्रिया के रीड इम इनक्रेइस में हुआ था। ज़िलिंगर वियना यूनिवर्सिटी में फिजिक्स के प्रोफेसर हैं और ऑस्ट्रियन एकेडमी ऑफ साइंसेज में क्वांटम ऑप्टिक्स और क्वांटम सूचना संस्थान में वरिष्ठ वैज्ञानिक हैं। उनके ज्यादातर शोध क्वांटम इनटैंगलमेंट के प्रयोगों से जुड़े हैं। उन्हें खासतौर पर अपने एक्सपेरिमेंटल और सैद्धांतिक कामों के लिए जाना जाता है, खासकर इनटैंगलमेंट, क्वांटम टेलीपोर्टेशन, क्वांटम कम्यूनिकेशन और क्रिप्टोग्राफी के लिए।
यह भी जानेंएंटोन ज़िलिंगर ने 1971 में वियना यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी। 1999 में वियना यूनिवर्सिटी में शामिल होने से पहले वो वियना की टेक्निकल यूनिवर्सिटी और इन्सब्रुक यूनिवर्सिटी के संकायों में थे, जहां उन्होंने फिजिक्स डिपार्टमेंट के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। ज़िलिंगर ने एमआईटी, म्यूनिख के तकनीकी विश्वविद्यालय, हम्बोल्ट विश्वविद्यालय बर्लिन, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और कॉलेज डी फ्रांस में चेयर इंटरनेशनल सहित कई जगहों पर काम किया है। ज़िलिंगर ऑस्ट्रियन फिजिकल सोसाइटी के अध्यक्ष रहे हैं।Had an excellent meeting with Nobel Laureate Anton Zeilinger. His work in quantum mechanics is pathbreaking and will continue to guide generations of researchers and innovators. His passion for knowledge and learning was clearly visible. I talked about India’s efforts like the… pic.twitter.com/YVCnGEu8fR
— Narendra Modi (@narendramodi) July 10, 2024