देश / यूनेस्को ने कोलकाता की दुर्गा पूजा को 'अमूर्त सांस्कृतिक विरासत' की सूची में किया शामिल

यूनेस्को ने कोलकाता की दुर्गा पूजा को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल करने की घोषणा की है। यूनेस्को ने बयान में कहा, "दुर्गा पूजा को धर्म और कला के सार्वजनिक प्रदर्शन के तौर पर देखा जाता है।" संस्कृति मंत्रालय ने इसको लेकर खुशी ज़ाहिर की और बधाई देते हुए ट्वीट किया, "जय मां दुर्गा!"

Vikrant Shekhawat : Dec 16, 2021, 08:47 AM
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के दुर्गा पूजा (Durga Puja) उत्सव को विरासत का दर्जा दिया. उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस फैसले की सराहना करते हुए इसे गर्व एवं खुशी का पल करार दिया है.

यूनेस्को ने ट्विटर पर देवी दुर्गा की मूर्ति वाली एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया, 'कोलकाता में दुर्गा पूजा को अभी-अभी अमूर्त विरासत सूची में शामिल किया गया है. भारत को शुभकामनाएं.'

राज्य विरासत आयोग के अध्यक्ष सुवप्रसन्ना ने कहा, कि दुर्गा पूजा पंडालों के निर्माण के शिल्प कौशल को प्रदर्शित करने वाले 'रेड रोड कार्निवल' ने दुनिया भर में लोगों को इसकी भव्यता को लेकर जागरूक किया है जोकि त्योहार का पर्याय है.

इस बीच, कोलकाता के दुर्गा पूजा उत्सव को विरासत का दर्जा मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनेस्को के इस फैसले की सराहना की और इसे प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और उल्लास का विषय करार दिया.

मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और उल्लास का पल. दुर्गा पूजा हमारी सर्वोत्तम परंपराओं और लोकाचार को पेश करती है और कोलकाता की दुर्गा पूजा का अनुभव हर किसी के पास होना चाहिए.'