देश / वॉट्सऐप ने 15 मई से 15 जून के बीच 20 लाख भारतीय अकाउंट्स पर लगाई रोक

वॉट्सऐप ने नए आईटी कानूनों के तहत पेश की गई अपनी अनुपालन रिपोर्ट में गुरुवार को बताया कि उसने 15 मई से 15 जून के बीच 20 लाख भारतीय अकाउंट्स पर रोक लगाई। वॉट्सऐप ने एक बयान में कहा, "हमारा मानना है कि नुकसान होने के बाद पता लगने से बेहतर है नुकसान दायक गतिविधियों को समय रहते रोकना।"

Vikrant Shekhawat : Jul 16, 2021, 07:11 AM
नई दिल्ली: मैसेजिंग सेवा कंपनी व्हाट्सएप (WhatsApp) ने इस साल 15 मई से 15 जून के बीच 20 लाख भारतीय खातों पर रोक लगाई, जबकि इस दौरान उसे शिकायत की 345 रिपोर्ट मिली. कंपनी ने अपनी पहली मासिक अनुपालन रिपोर्ट में यह जानकारी दी. नए सूचना प्रौद्योगिकी नियमों के तहत यह रिपोर्ट पेश करना अनिवार्य कर दिया गया है. नये नियमों के तहत 50 लाख से ज्यादा उपयोगकर्ताओं वाले प्रमुख डिजिटल मंचों के लिए हर महीने अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करना जरूरी है. इस रिपोर्ट में इन मंचों के लिए उन्हें मिलने वाली शिकायतों और उनपर की जाने वाली कार्रवाई का उल्लेख करना जरूरी है.

व्हाट्सएप ने बृहस्पतिवार को कहा, "हमारा मुख्य ध्यान खातों को बड़े पैमाने पर हानिकारक या अवांछित संदेश भेजने से रोकना है. हम ऊंची या असामान्य दर से मैसेज भेजने वाले इन खातों की पहचान करने के लिए उन्नत क्षमताओं को बनाए हुए हैं और अकेले भारत में 15 मई से 15 जून तक इस तरह के दुरुपयोग की कोशिश करने वाले 20 लाख खातों पर प्रतिबंध लगा दिया है."

कंपनी ने स्पष्ट किया कि 95 प्रतिशत से अधिक ऐसे प्रतिबंध स्वचालित या बल्क मैसेजिंग (स्पैम) के अनधिकृत उपयोग के कारण लगाए गए हैं. फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी ने बताया कि रोक लगाए जाने वाले खातों की संख्या 2019 के बाद से बढ़ी है क्योंकि उसकी प्रणाली ज्यादा उन्नत हो गयी और इस तरह के ज्यादा खातों का पता लगाने में मदद मिलती है.

व्हाट्सएप दुनियाभर में हर महीने औसतन करीब 80 लाख खातों पर रोक लगा रही है या उन्हें निष्क्रिय कर रही है. गूगल, कू, ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम दूसरे सोशल मीडिया मंचों ने भी अपनी अनुपालन रिपोर्ट सौंपी है.