कोरोना महामारी / दो साल बाद आज से शुरू होंगी नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें, विदेश जाने वालों को भी बूस्टर डोज जल्द

कोरोना महामारी के मद्देनजर दो साल से बंद नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रविवार से शुरू होंगी। देश के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों और विमानन कंपनियों ने इस संबंध में तैयारियां पूरी कर ली हैं। 23 मार्च 2020 को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगी थी। हालांकि विभिन्न देशों के साथ एयर बबल समझौतों और वंदे भारत मिशन के तहत विशेष उड़ानें संचालित की गई थीं।

Vikrant Shekhawat : Mar 27, 2022, 08:38 AM
कोरोना महामारी के मद्देनजर दो साल से बंद नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रविवार से शुरू होंगी। देश के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों और विमानन कंपनियों ने इस संबंध में तैयारियां पूरी कर ली हैं।

23 मार्च 2020 को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगी थी। हालांकि विभिन्न देशों के साथ एयर बबल समझौतों और वंदे भारत मिशन के तहत विशेष उड़ानें संचालित की गई थीं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने आठ मार्च को घोषणा की थी कि कोरोना के घटते मामलों के बाद 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होंगी। इस फैसले से दिल्ली स्थित सबसे बड़े इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अप्रैल के पहले हफ्ते में विदेश की उड़ानों के संचालन में उछाल आने की उम्मीद है। 

विदेश जाने वालों को भी बूस्टर डोज जल्द

केंद्र सरकार जल्द ही पढ़ाई, नौकरी, कारोबार और दफ्तर के काम से विदेश जाने वालों को भी कोरोना टीके की एहतियाती खुराक देने का फैसला ले सकती है। सूत्रों के मुताबिक, विदेश जाने वालों को निजी टीकाकरण केंद्रों से भुगतान कर बूस्टर डोज लगवाने की अनुमति पर विचार जारी है।

अभी स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं और 60 से अधिक उम्र वालों को एहतियाती खुराक दी जा रही है। कई देशों में विदेश से आने वालों के लिए बूस्टर डोज अनिवार्य है। खिलाड़ियों, बैठकों में जाने वाले सरकारी अधिकारियों को भी यह मंजूरी दी जा सकती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक निर्देश जारी नहीं किया गया है। खुराक की प्राथमिकता और सीक्वेसिंग मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार दूसरी खुराक दिए जाने की तारीख से नौ महीने पूरे होने पर आधारित होगा।

16 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था टीकाकरण अभियान

देश भर में टीकाकरण अभियान 16 जनवरी, 2021 को शुरू किया गया था, जिसमें स्वास्थ्यकर्मियों को पहले चरण में टीका लगाया गया था। फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण पिछले साल दो फरवरी से शुरू हुआ था। कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण पिछले साल एक मार्च को 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए किसी रोग से पीडितों को टीके के साथ शुरू हुआ था। भारत ने पिछले साल एक अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया। इसके बाद सरकार ने पिछले साल एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को वायरल बीमारी के खिलाफ टीकाकरण की अनुमति देकर अपने टीकाकरण अभियान का विस्तार करने का फैसला किया। टीकाकरण का अगला चरण इस साल तीन जनवरी से 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के किशोरों के लिए शुरू हुआ है।