Rajasthan University / छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी का आक्रामक अंदाज कुलपति की मौजूदगी में प्रोफेसर से उलझे

निर्मल चौधरी ने बताया कि रसायन विभाग के विद्यार्थियों को प्रशासन द्वारा पिछले 10 महीनों से प्रताड़ित किया जा रहा था. इस बात को लेकर कई बार मैं प्रशासन को बताया भी लेकिन कोई हल नहीं निकला. इसलिए उन छात्रों के साथ प्रशासन की मीटिंग में गया था. आज प्रशासन को अंतिम चेतावनी देकर आया हूं. दुबारा किसी विद्यार्थी को ऐसी परेशानी हुई तो अब छात्र हित में फैसले करने का रास्ता उग्र अपनाया जाएगा

Vikrant Shekhawat : Dec 14, 2022, 10:32 PM
Rajasthan University : राजस्थान विवि के छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी (nirmal choudhary) ने ट्वीटर पर एक 2:20 मिनट का एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें विवि के प्रशासन से निर्मल चौधरी की बहस हो रही है. विवि प्रशासन की एकेडमिक मीटिंग चल रही थी और निर्मल रसायन विभाग के कुछ छात्रों के साथ उस मीटिंग में पहुंच जाते हैं. फिर उसके बाद निर्मल ने पूछा कि रसायन विभाग के विद्यार्थियों से माफीनामा क्यों मांगा जा रहा है? आज इसी मीटिंग में इन छात्रों की समस्या का समाधान होगा, लेकिन अधिकारी ने कहा ये स्टूडेंट नहीं बल्कि एकेडमिक मीटिंग हो रही है. निर्मल ने कहा-मैं इस मसले पर 10 बार बोल चुका हूं, लेकिन कुछ नहीं हुआ. 


कौन हैं आपके हेड

निर्मल ने जैसे पूछा कि कौन है आपके हेड? यही से माहौल तनावपूर्ण हो गया. वहां पर मौजूद छात्रों ने कहा कि 10 महीने से हम परेशान हो रहे हैं. हमारी बात नहीं सुनी जा रही है. हम आत्महत्या करने पर मजबूर है. इसी बीच निर्मल और वहां पर बैठे अधिकारी से बातचीत तेज होने लगी. निर्मल ने कहा कि गुरु जी बताइए इन छात्रों की क्या गलती है? फिर कुछ अधिकारियों ने कहा कि ये मीटिंग किसी और काम के लिए हो रही है बाद में उस मसले पर बात की जाएगी.


निर्मल ने कहा कि छात्रों के हितों के लिए हम हर जगह जाएंगे. चाहे जहां जाना होगा. बहस तेज होती गई. इतने में निर्मल उस शिक्षक के पास पहुंचते हुए दिखे फिर शिक्षक की कुर्सी खींच ली. निर्मल ने कहा कि मैं कोई चोर नहीं हूं. शिक्षक ने कहा कि मैं भी चोर नहीं हूं, लेकिन निर्मल ने कहा आप चोर हो.


छात्र हितों के लिए लड़ता रहूंगा

निर्मल चौधरी ने बताया कि रसायन विभाग के विद्यार्थियों को प्रशासन द्वारा पिछले 10 महीनों से प्रताड़ित किया जा रहा था. इस बात को लेकर कई बार मैं प्रशासन को बताया भी लेकिन कोई हल नहीं निकला. इसलिए उन छात्रों के साथ प्रशासन की मीटिंग में गया था. आज प्रशासन को अंतिम चेतावनी देकर आया हूं. दुबारा किसी विद्यार्थी को ऐसी परेशानी हुई तो अब छात्र हित में फैसले करने का रास्ता उग्र अपनाया जाएगा. इसके लिए प्रशासन स्वयं जिम्मेदार होगा. छात्र हितों के लिए लड़ाई लड़ता रहूंगा. इनकी परेशानी मेरी परेशानी है. इनकी समस्या का इन्हे समाधान चाहिए.