Vikrant Shekhawat : Aug 31, 2021, 09:23 AM
शंघाई: चीन (China) में ऑनलाइन गेमिंग (Online Gaming) से बच्चों को दूर रखने के लिए नए नियम (New Rule) बनाए गए हैं. चीन के रेगुलेटर्स ने देश की गेम इंडस्ट्री (China Game Industry) पर कड़े नियमों के एक नए सेट का ऐलान किया है. इसमें नाबालिगों के खेलने की संख्या को सीमित करना शामिल है. नए नियमों का उद्देश्य खेलों में बच्चों की अधिक भागीदारी को रोकना और उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा करना है. गौरतलब है कि चीन समेत दुनियाभर में हाल के दिनों में बच्चों में ऑनलाइन गेमिंग को लेकर क्रेज बढ़ता हुआ दिखाई दिया है.सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने नेशनल प्रेस एंड पब्लिकेशन एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा जारी एक नोटिस का हवाला देते हुए बताया कि ऑनलाइन गेम प्रोवाइडर शुक्रवार, शनिवार और रविवार को केवल एक घंटे के लिए नाबालिगों को सेवाएं (China Online Gaming Time Limit) दे सकते हैं. वे छुट्टियों के दौरान भी दिन में केवल एक घंटा ही ऑनलाइन गेम सकते हैं. नए नियम देश में टेक्नोलॉजी कंपनियों पर होने वाली बड़ी कार्रवाई का हिस्सा हैं. चीन की सबसे बड़ी गेम कंपनी टेंसेंट होल्डिंग लिमिटेड (Tencent Holdings Ltd) ने पहले ही इसी तरह के प्रतिबंधों को लागू करना शुरू कर दिया है.प्रतिबंधों के चलते गिरे शेयर्सटेंसेंट ने ऐलान किया था कि बच्चों द्वारा खेले जाने वाले इसके गेम की टाइमिंग को कम किया जाएगा. इस वजह से टेंसेंट के शेयर में भारी गिरावट देखने को मिली थी. इस महीने की शुरुआत में सरकारी मीडिया ने गेम इंडस्ट्रीट की जबरदस्त आलोचना करते हुए रिपोर्ट्स प्रकाशित कीं. एक समय तो मीडिया ने ऑनलाइन गेम को ‘आध्यात्मिक अफीम’ करार दे दिया. वहीं, कुछ रिपोर्ट्स में ऑनलाइन गेमिंग की तुलना ‘इलेक्ट्रॉनिक ड्रग’ से की गई. हालांकि, बाद में इस शब्द को हटा दिया गया. इन प्रतिबंधों की वजह से ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों की शेयर की कीमतों में गिरावट हुई है.घरेलू टेक कंपनियों के पर कुतरने में लगा चीनचीनी अधिकारियों ने गेम्स के कंटेट को नियंत्रित करने, कथित राजनीतिक उल्लंघनों पर शीर्षकों को सेंसर करने या चीन में अपना गेम बेचने की इच्छुक विदेशी कंपनियों से कभी-कभी विचित्र कंटेट रखने की मांग की है. पिछले एक साल में, चीन ने अपनी घरेलू टेक कंपनियों की बढ़ती शक्ति को रोकने के लिए एक नियामक कार्रवाइयों का दौर शुरू किया है. पिछले महीने चीन के एंटी-ट्रस्ट रेगुलेटर ने टेंसेंट को अपने एक्सक्लूसिव म्युजिक लाइसेंसिंग राइट्स को छोड़ने का आदेश दिया और कंपनी पर प्रतिस्पर्धा-विरोधी व्यवहार के लिए जुर्माना लगाया.