Vikrant Shekhawat : Nov 26, 2019, 02:55 PM
चूरू। राजस्थान के निकाय चुनाव प्रमुखों के चुनाव में मंगलवार को चूरू में सभापति पद के लिए नगरपरिषद में मतदान (Churu Nagar Parishad Election) हुआ। शहर के 60 वार्डों के सभी जीते हुए पार्षदों ने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए सभापति का चुनाव किया। मतदान के तुरन्त बाद मतगणना हुई जिसमें कांग्रेस (congress candidate) की पायल सैनी (payal saini) ने निर्दलीय पार्षदों का भी सर्मथन हासिल करते हुए 42 वोट हासिल किए। भाजपा की निर्मला सैनी को 18 वोट मिले। 24 मतों के भारी अन्तर से पायल सैनी को विजयी रहीं।कांग्रेस की ही सरोज सैनी ने बढ़ाई थी धड़कने
पार्षदों के चुनाव में कांग्रेस के 36 पार्षदों की जीत के साथ कांग्रेस का सभापति बनना यहां तय हो गया था लेकिन कांग्रेस की ही सरोज सैनी के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल किए जाने के बाद एकबारगी समीकरण बिगड़ते भी दिखायी दिए। सरोज सैनी के नामांकन वापस लिए जाने के बाद यह साफ हो गया था कि चूरू सभापति के लिए पायल सैनी की जीत की अधिकारिक घोषणा ही बाकी है।बाड़बंदी 27 नवंबर तक रहेगी जारीजीत के बाद नव निर्वाचित सभापति पायल सैनी का प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष मकबूल मण्डेलिया और रफीक मण्डेलिया ने सर्मथकों के साथ पायल सैनी का स्वागत किया। इस दौरान आतिशबाजी कर कार्यकर्ताओं ने खुशियां मनाई गईं। हालांकि, नगरपरिषद के बाहर निकलते ही सभी कांग्रेस पार्षदों को बस में बिठाकर रतनगढ़ ले जाया गया। वहां 18 नवम्बर से इनकी बाड़बंदी जारी है। उपसभापति चुनावों को लेकर कांग्रेस ने मीटिंग के नाम पर यह बाड़बंदी 27 नवंबर तक जारी रहने वाली है।
पार्षदों के चुनाव में कांग्रेस के 36 पार्षदों की जीत के साथ कांग्रेस का सभापति बनना यहां तय हो गया था लेकिन कांग्रेस की ही सरोज सैनी के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल किए जाने के बाद एकबारगी समीकरण बिगड़ते भी दिखायी दिए। सरोज सैनी के नामांकन वापस लिए जाने के बाद यह साफ हो गया था कि चूरू सभापति के लिए पायल सैनी की जीत की अधिकारिक घोषणा ही बाकी है।बाड़बंदी 27 नवंबर तक रहेगी जारीजीत के बाद नव निर्वाचित सभापति पायल सैनी का प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष मकबूल मण्डेलिया और रफीक मण्डेलिया ने सर्मथकों के साथ पायल सैनी का स्वागत किया। इस दौरान आतिशबाजी कर कार्यकर्ताओं ने खुशियां मनाई गईं। हालांकि, नगरपरिषद के बाहर निकलते ही सभी कांग्रेस पार्षदों को बस में बिठाकर रतनगढ़ ले जाया गया। वहां 18 नवम्बर से इनकी बाड़बंदी जारी है। उपसभापति चुनावों को लेकर कांग्रेस ने मीटिंग के नाम पर यह बाड़बंदी 27 नवंबर तक जारी रहने वाली है।