Vikrant Shekhawat : Apr 21, 2023, 01:08 PM
Poonch Attack: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में गुरुवार को सेना की गाड़ी पर आतंकी हमला हुआ. हमले में पांच जवान शहीद हो गए. आतंकी संगठन पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने इसकी जिम्मेदारी ली है. बताया जा रहा है कि PAFF का कनेक्शन आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से है. पहली बार इस संगठन की चर्चा तब हुई थी जब 2019 में जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को हटाया गया था.एक रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और पाकिस्तानी नेता मसूद अज़हर ही पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट का संस्थापक है. इस संगठन में POK और कश्मीर में ऑपरेशन की जिम्मेदारी मुफ्ती अजगर कश्मीरी को दी गई है. मसूद अजहर का दूसरा भाई मुफ्ती अब्दुल रउफ अजगर संगठन से जुड़े सभी ऑपरेशंस का हेड है. वहीं, मोहम्मद हसन प्रवक्ता और भाई मौलाना तल्हा सैफ को प्रॉपेगेशन विंग का हेड है. यह संगठन 2019 में तेजी से उभरा और फिर एक के बाद एक आतंकी घटनाओं को अंजाम देने लगा.कश्मीर में सरकार की हर गतिविधि का विरोधकश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से संगठन कई बार सरकार और सेना को धमकी दे चुका है. 2020 में PAFF ने एक वीडियो जारी करके कश्मीर में इजरायल के एक्सीलेंस सेंटर बनाए जाने का विरोध करते हुए धमकी दी थी. जम्मू कश्मीर में होने वाली G -20 बैठक से आगबबूला PAFF ने इसको लेकर भी चेतावनी जारी की थी. ऐसे ही यह संगठन कई बार सरकार और सेना के खिलाफ चेतावनी जारी कर चुका है.जम्मू-कश्मीर में कई हमलों को दिया अंजाम
भारतीय सेना पर यह पहला हमला नहीं है जिसे PAFF ने अंजाम दिया है. इस संगठन ने जून 2021 ने भाजपा नेता राकेश पंडित की हत्या कराई. इसके बाद ही यह सरकार के निशाने पर आया. संगठन ने एक के बाद एक सेना पर हमले किए. 11 अगस्त 2021 को राजौरी जिले में सेना पर हमला किया. इसके बाद 11 अक्टूबर 2021 को पुंछ जिले में भारतीय जवानों को निशाना बनाया जिसमें 9 जवान शहीद हुए.3 अक्टूबर 2022 को संगठन के आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (जेल) हेमंत लोहिया के घर में घुसकर उनकी हत्या की थी. यह मामला उस समय का है जब गृहमंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर में थे.PAFF पर लगा बैनकई आतंकी घटनाओं को अंजाम देने और उनमें संलिप्तता मिलने पर गृह मंत्रालय ने इसी साल जनवरी में PAFF पर बैन लगाया. मंत्रालय ने संगठन को जम्मू-कश्मीर, नेताओं, सुरक्षाबलों और देश के लिए खतरा बताया. हालिया हमले में PAFF के सदस्यों ने सेना के वाहन पर ग्रेनेड से हमला किया. तीन तरफ से वाहन पर फायरिंग की. इस आतंकी गतिविधि में संगठन के तीन आतंकी शामिल थे.
भारतीय सेना पर यह पहला हमला नहीं है जिसे PAFF ने अंजाम दिया है. इस संगठन ने जून 2021 ने भाजपा नेता राकेश पंडित की हत्या कराई. इसके बाद ही यह सरकार के निशाने पर आया. संगठन ने एक के बाद एक सेना पर हमले किए. 11 अगस्त 2021 को राजौरी जिले में सेना पर हमला किया. इसके बाद 11 अक्टूबर 2021 को पुंछ जिले में भारतीय जवानों को निशाना बनाया जिसमें 9 जवान शहीद हुए.3 अक्टूबर 2022 को संगठन के आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (जेल) हेमंत लोहिया के घर में घुसकर उनकी हत्या की थी. यह मामला उस समय का है जब गृहमंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर में थे.PAFF पर लगा बैनकई आतंकी घटनाओं को अंजाम देने और उनमें संलिप्तता मिलने पर गृह मंत्रालय ने इसी साल जनवरी में PAFF पर बैन लगाया. मंत्रालय ने संगठन को जम्मू-कश्मीर, नेताओं, सुरक्षाबलों और देश के लिए खतरा बताया. हालिया हमले में PAFF के सदस्यों ने सेना के वाहन पर ग्रेनेड से हमला किया. तीन तरफ से वाहन पर फायरिंग की. इस आतंकी गतिविधि में संगठन के तीन आतंकी शामिल थे.