Vikrant Shekhawat : Aug 05, 2024, 11:03 PM
Rajasthan Vidhan Sabha: कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को विधानसभा के बजट सत्र की शेष कार्यवाही से निलंबित कर दिया है। भाकर पर सोमवार को सदन में हंगामे के दौरान स्पीकर वासुदेव देवनानी की तरफ गलत इशारे करके दुर्व्यवहार करने का आरोप है। सस्पेंड करने के बाद मार्शल बुलाकर जब विधायक भाकर को बाहर निकाला जाने लगा तो कांग्रेस विधायकों ने घेरा बना लिया। इसके बाद मार्शल और कांग्रेस विधायकों के बीच धक्का-मुक्की-हाथापाई हो गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई। विपक्ष के विधायक सदन में ही धरने पर बैठ गए।विधानसभा में मार्शलों और कांग्रेस विधायकों की धक्का-मुक्की में वरिष्ठ विधायक हरिमोहन शर्मा जमीन पर गिर गए। कई और विधायक भी गिर गए। विधायक अनिता जाटव की मार्शलों से धक्का-मुक्की में चूड़ियां टूट गईं।धक्का-मुक्की में घायल विधायकों ने डिस्पेंसरी में करवाया इलाजधक्का-मुक्की में घायल कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा डिस्पेंसरी में इलाज करवाया। अनिता जाटव, सुरेश गुर्जर और हाकम अली के चोट लगी थी।मुख्य सचेतक ने रखा भाकर के निलंबन का प्रस्तावइससे पहले सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने भाकर के निलंबन का प्रस्ताव पेश किया, जिसे पारित करवा दिया। प्रस्ताव पारित होते ही स्पीकर ने मार्शल को मुकेश भाकर को सदन से निकालने का आदेश दिया।इसके बाद सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए 3 बजकर 29 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी। साढ़े 3 बजे कार्यवाही आधे घंटे के लिए फिर स्थगित कर दी गई थी। कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर पर हंगामे के दौरान स्पीकर का अपमान करने का आरोप है। इस पर स्पीकर ने ही सबसे पहले सवाल उठाते हुए प्रस्ताव लाने को कहा था। स्पीकर ने कहा कि सदन चले या न चले, लेकिन इस तरह का बर्ताव बर्दाश्त नहीं होगा।गहलोत बोले- बीजेपी की तानाशाही का नतीजाविधानसभा में हुई घटना को लेकर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधा है। गहलोत ने एक्स पर लिखा- पहले विधानसभा में कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर का निलंबन और जबरन निष्कासन। फिर मार्शलों की ओर से वरिष्ठ विधायक हरिमोहन शर्मा को जमीन पर गिराना और महिला विधायक अनिता जाटव से बदसलूकी कर उनकी चूड़ियां तक तोड़ देने की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। यह राज्य की BJP सरकार की तानाशाही सोच का नतीजा है, जिसके कारण चुने हुए जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार किया गया।मंत्री के बेटे को सरकारी वकील बनाने पर हुआ हंगामाविधानसभा में आज लंच ब्रेक के बाद जमकर हंगामा हुआ था। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और स्पीकर के बीच नोकझोंक हो गई थी। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि 1 जुलाई से भारतीय न्याय संहिता लागू हो चुकी है, लेकिन सरकार ने 12 से ज्यादा सरकारी वकीलों की नियुक्ति सीआरपीसी के तहत कर दी है। ये संविधान का उल्लंघन है। इस पर सदन में चर्चा हो। मंत्री के बेटे को भी सरकारी वकील बना दिया है।स्पीकर वासुदेव देवनानी ने इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष को आगे अनुमति देने से इनकार कर दिया। कहा- पहले लिखित में दीजिए, आप कौनसे नियम के तहत इस पर चर्चा कराना चाहते हैं। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष की स्पीकर से नोकझोंक हो गई। इसके बाद नाराज कांग्रेस विधायकों ने वेल में आकर नारेबाजी शुरू कर दी। स्पीकर ने कहा- नियमों में आइए, कल व्यवस्था दूंगा। कांग्रेस विधायकों के हंगामे के बीच ही ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर मंत्रियों ने जवाब दिए। इसी दौरान कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर ने स्पीकर की ओर इशारा किया। जिसके बाद हंगामा बढ़ गया।सरदारशहर विधायक के घर से आया खानाविधानसभा में धरना दे रहे कांग्रेस विधायकों के लिए सरदारशहर विधायक अनिल शर्मा के घर से खाने के टिफिन आए हैं। अनिल शर्मा दिवंगत भंवरलाल शर्मा के बेटे हैं। उनके घर पर अब भी क्षेत्र के लोगों के लिए रोज लंगर चलता रहता है।