Vikrant Shekhawat : Mar 30, 2020, 05:00 PM
जयपुर, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने प्रदेशवासियों को राजस्थान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वीरों की धरा राजस्थान ने कभी झुकना नहीं सीखा। प्रदेशवासियों के हौसले और सजगता के आगे कोरोना को भी घुटने टेकने होंगे। यह महामारी भी प्रदेश में ज्यादा दिन नहीं टिक पाएगी। उन्होंने कहा कि आमजन अपने-अपने घरों में लॉकडाउन की पालना कर स्थापना दिवस पर प्रदेश को बेहतरीन उपहार दे सकते हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के कुचक्र को तोड़ने के लिए चिकित्सा विभाग की एक्टिव सर्विलांस टीम के 26793 दलों ने राज्य के 71 लाख 51 हजार से ज्यादा परिवारों के 2 करोड़ 92 लाख 41 हजार सदस्यों यानी प्रदेश की आबादी की व्यक्तिगत स्क्रीनिंग की है। इसके अलावा पैसिव सर्विलांस यानी कि ओपीडी में 27 लाख 8745 रोगियों की स्क्रीनिंग की गई है। इस कदम से न केवल बढ़ते कोरोना के संक्रमण पर रोक लगेगी बल्कि भविष्य के लिए योजना बनाई जा सकेगी। उन्होंने बताया कि पॉजीटिव मरीजों के संपर्क में आए 1600 लोगों की ट्रेसिंग कर उनके सैंपल लिए गए हैं और प्रदेश के जिलों में 194 लोग अभी आइसोलेशन में भर्ती हैं। डॉ. शर्मा ने बताया कि राज्य में स्थिति कुल मिलाकर काबू में है।
प्रदेश में 60 व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आज सुबह 8 बजे तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार अब तक 60 केस पॉजीटिव पाए गए हैं, उनमें से 25 भीलवाड़ा, झुंझुनूं के 7, जयपुर के 10, 1 पाली, 2 प्रतापगढ़, 1 सीकर, 7 जोधपुर, डूंगरपुर में 2 और चुरू से 1 और अजमेर में 4 पॉजीटिव केस सामने आए हैं। विभाग ने 10 जिलों से 2990 सैंपल लिए हैं। इनमें से 2715 केसेज नेगेटिव आए हैं और 215 की रिपोर्ट आना अभी शेष है। उन्होंने कहा कि इन जिलों में ही पॉजीटिव केसेज आए हैं। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में 4450 सैंपल एकत्रित किए हैं, इनमें से 3911 नेगेटिव आए हैं और 479 की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। एक-एक व्यक्ति की स्क्रीनिंग से रूकी भीलवाड़ा में महामारी
डॉ. शर्मा ने भीलवाड़ा के प्रशासन और चिकित्सा टीम को बधाई देते हुए कहा कि जिस ढंग से सर्विलांस टीम ने वहां के एक-एक आदमी की स्क्रीनिंग करने का काम किया है, वह काबिले तारीफ है। इस स्क्रीनिंग ने भीलवाड़ा में कोरोना महामारी को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हर परिस्थिति का सामना करने के लिए सरकार है तैयार
डॉ. शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए हमारे पास पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं। वेंटिलेटर्स की सख्ंया भी आज की जरूरत के अनुसार काफी है, भविष्य के हिसाब से और आरएमएससीएल के द्वारा खरीद प्रक्रिया चालू है। राज्य की आवश्यकता के अनुसार जितने चाहिए होंगे उतने खरीदे जा सकेंगे। राज्य में कोविड-19 को लेकर अन्य विभागों की जो टास्क फोर्स बनी हैं, उनकी बराबर मॉनिटरिंग की जा रही है। कुल मिलाकर किसी भी हालात का सामना करने के लिए विभाग और सरकार तैयार है। लगभग 65 हजार क्वारेंटाइन बैड तैयारडॉ. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर में 1 लाख क्वारेंटाइन बैड बनाने के निर्देश दिए थे। विभाग ने दिन-रात एक कर 64796 क्वारेंटाइन बैड तैयार कर दिए हैं। आइसोलशन वार्ड में 13799 बैड बना लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि विभाग के पास 9444 पीपीई किट और 52751 एन-95 मास्क उपलब्ध हैं। पीपीई किट का बफर स्टॉक 2739 और 36420 एन-95 विभाग के पास हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना से लड़ने के लिए सरकार के पास पर्याप्त सामग्री मौजूद है। मरीजों को घर बैठे मिलेगी दवाइयां
डॉ. शर्मा ने कहा कि गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को दवा नहीं मिलने की सूचना हमारे पास आई थी। ऎसे में इस समस्या से तुरंत निजात दिलाने के लिए सरकार ने राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया है, जिसका नंबर 0141-2228600 है। सहायक औषधि नियंत्रक डॉ. राजकुमार छीपी को प्रभारी बनाया गया है, जिनके मोबाइल नंबर 9462690790 हैं। कोई भी गंभीर बीमारी के मरीज को यदि नियमित दवा नहीं मिल रही है तो इन नंबरों पर फोन करने पर नजदीकी दवा वितरक के पास मैसेज चला जाएगा और उनके घर तक दवा पहुंचा दी जाएगी। पलायन करने वाले मजदूरों की होगी स्क्रीनिंग
डॉ. शर्मा ने बताया कि प्रदेश में मजदूरों का पलायन सबसे बड़ी चिंता का कारण है। दो दिन पहले भारत सरकार से मिले निर्देशों के अनुसार मजदूरों को साधन करके उनके राज्यों में भेजा जा रहा है। भारत सरकार के ही नए निर्देशों के अनुसार इन्हें जहां हैं वहीं रखें जाएं। इस बारे में सभी जिला कलक्टर्स को कहा गया है कि इनके आवास, भोजन और स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाए, ताकि कोरोना का प्रकोप राज्य में फैल नहीं पाए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के कुचक्र को तोड़ने के लिए चिकित्सा विभाग की एक्टिव सर्विलांस टीम के 26793 दलों ने राज्य के 71 लाख 51 हजार से ज्यादा परिवारों के 2 करोड़ 92 लाख 41 हजार सदस्यों यानी प्रदेश की आबादी की व्यक्तिगत स्क्रीनिंग की है। इसके अलावा पैसिव सर्विलांस यानी कि ओपीडी में 27 लाख 8745 रोगियों की स्क्रीनिंग की गई है। इस कदम से न केवल बढ़ते कोरोना के संक्रमण पर रोक लगेगी बल्कि भविष्य के लिए योजना बनाई जा सकेगी। उन्होंने बताया कि पॉजीटिव मरीजों के संपर्क में आए 1600 लोगों की ट्रेसिंग कर उनके सैंपल लिए गए हैं और प्रदेश के जिलों में 194 लोग अभी आइसोलेशन में भर्ती हैं। डॉ. शर्मा ने बताया कि राज्य में स्थिति कुल मिलाकर काबू में है।
प्रदेश में 60 व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आज सुबह 8 बजे तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार अब तक 60 केस पॉजीटिव पाए गए हैं, उनमें से 25 भीलवाड़ा, झुंझुनूं के 7, जयपुर के 10, 1 पाली, 2 प्रतापगढ़, 1 सीकर, 7 जोधपुर, डूंगरपुर में 2 और चुरू से 1 और अजमेर में 4 पॉजीटिव केस सामने आए हैं। विभाग ने 10 जिलों से 2990 सैंपल लिए हैं। इनमें से 2715 केसेज नेगेटिव आए हैं और 215 की रिपोर्ट आना अभी शेष है। उन्होंने कहा कि इन जिलों में ही पॉजीटिव केसेज आए हैं। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में 4450 सैंपल एकत्रित किए हैं, इनमें से 3911 नेगेटिव आए हैं और 479 की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। एक-एक व्यक्ति की स्क्रीनिंग से रूकी भीलवाड़ा में महामारी
डॉ. शर्मा ने भीलवाड़ा के प्रशासन और चिकित्सा टीम को बधाई देते हुए कहा कि जिस ढंग से सर्विलांस टीम ने वहां के एक-एक आदमी की स्क्रीनिंग करने का काम किया है, वह काबिले तारीफ है। इस स्क्रीनिंग ने भीलवाड़ा में कोरोना महामारी को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हर परिस्थिति का सामना करने के लिए सरकार है तैयार
डॉ. शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए हमारे पास पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं। वेंटिलेटर्स की सख्ंया भी आज की जरूरत के अनुसार काफी है, भविष्य के हिसाब से और आरएमएससीएल के द्वारा खरीद प्रक्रिया चालू है। राज्य की आवश्यकता के अनुसार जितने चाहिए होंगे उतने खरीदे जा सकेंगे। राज्य में कोविड-19 को लेकर अन्य विभागों की जो टास्क फोर्स बनी हैं, उनकी बराबर मॉनिटरिंग की जा रही है। कुल मिलाकर किसी भी हालात का सामना करने के लिए विभाग और सरकार तैयार है। लगभग 65 हजार क्वारेंटाइन बैड तैयारडॉ. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर में 1 लाख क्वारेंटाइन बैड बनाने के निर्देश दिए थे। विभाग ने दिन-रात एक कर 64796 क्वारेंटाइन बैड तैयार कर दिए हैं। आइसोलशन वार्ड में 13799 बैड बना लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि विभाग के पास 9444 पीपीई किट और 52751 एन-95 मास्क उपलब्ध हैं। पीपीई किट का बफर स्टॉक 2739 और 36420 एन-95 विभाग के पास हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना से लड़ने के लिए सरकार के पास पर्याप्त सामग्री मौजूद है। मरीजों को घर बैठे मिलेगी दवाइयां
डॉ. शर्मा ने कहा कि गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को दवा नहीं मिलने की सूचना हमारे पास आई थी। ऎसे में इस समस्या से तुरंत निजात दिलाने के लिए सरकार ने राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया है, जिसका नंबर 0141-2228600 है। सहायक औषधि नियंत्रक डॉ. राजकुमार छीपी को प्रभारी बनाया गया है, जिनके मोबाइल नंबर 9462690790 हैं। कोई भी गंभीर बीमारी के मरीज को यदि नियमित दवा नहीं मिल रही है तो इन नंबरों पर फोन करने पर नजदीकी दवा वितरक के पास मैसेज चला जाएगा और उनके घर तक दवा पहुंचा दी जाएगी। पलायन करने वाले मजदूरों की होगी स्क्रीनिंग
डॉ. शर्मा ने बताया कि प्रदेश में मजदूरों का पलायन सबसे बड़ी चिंता का कारण है। दो दिन पहले भारत सरकार से मिले निर्देशों के अनुसार मजदूरों को साधन करके उनके राज्यों में भेजा जा रहा है। भारत सरकार के ही नए निर्देशों के अनुसार इन्हें जहां हैं वहीं रखें जाएं। इस बारे में सभी जिला कलक्टर्स को कहा गया है कि इनके आवास, भोजन और स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाए, ताकि कोरोना का प्रकोप राज्य में फैल नहीं पाए।