AajTak : Apr 16, 2020, 07:36 AM
Coronavirus: स्वास्थ्य मंत्रालय से बुधवार को राहत भरी खबर ये आई है कि देश में अब तक सामुदायिक संक्रमण का खतरा नहीं है। देश के सभी जिलों में कोरोना की गंभीरता का आकलन करने के बाद 20 अप्रैल से छूट दी जाएगी। देश में बुधवार को कोरोना बीमारों की तादाद बढ़कर 11 हजार 933 हो गई जबकि इस बीमारी से 392 लोगों ने अब तक दम तोड़ दिया है। हालांकि हौसला बढ़ाने वाली बात ये है कि एक हजार 344 मरीज ठीक होकर घर भी लौट आए हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस के लगभग 11.41 प्रतिशत रोगी संक्रमण से उबर चुके हैं और कुल 170 जिलों को हॉटस्पॉट के तौर पर चिन्हित किया गया है। जबकि 207 इलाकों की पहचान गैर-हॉटस्पॉट के रूप में की गई है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 25 राज्यों में 170 जिलों को कोरोना हॉटस्पॉट और 27 राज्यों में 207 जिलों को नॉन-हॉटस्पॉट घोषित किया गया है। मंत्रालय ने फिर दोहराया है कि देश में अब तक कोरोना के सामुदायिक संक्रमण का खतरा नहीं है।स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि राज्यों को उन जिलों को हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित करने को कहा गया था जहां सबसे अधिक केस आ रहे हैं। जिन जिलों में कुछ केस आए हैं उन्हें नॉन हॉटस्पॉट और जहां एक भी मामले नहीं आए हैं उन्हें ग्रीन जोन के रूप में पहचानने को कहा गया था।लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस के मरीजों के ठीक होने की दर धीरे-धीरे बढ़ रही है और वर्तमान में 11।41 प्रतिशत मरीज बीमारी से उबर चुके हैं। उन्होंने कहा, हम कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए उचित प्रोटोकॉल का पालन करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।राज्यों को दिशानिर्देश जारीस्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने कहा कि डोर-टू-डोर सर्वेक्षण करने के बाद कोविड-19 हॉटस्पॉट और ग्रीन जोन की पहचान की गई है। देशभर में कोरोना वायरस हॉटस्पॉट से निपटने के लिए राज्यों को दिशानिर्देश जारी किए गए हैं और विशेष टीमें नए मरीजों की तलाश करेंगी।लव अग्रवाल ने जोर देकर कहा कि आवश्यक सेवाओं से संबंधित क्षेत्रों को छोड़कर लोगों के एकत्रित होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने दोहराया कि अभी तक वायरस सामुदायिक स्तर पर यानी तीसरे चरण में नहीं पहुंचा है। हालांकि कुछ लोग स्थानीय स्तर पर संक्रमित जरूर हुए हैं।