Delhi Pollution / दिल्ली में प्रदूषण और ठंड का डबल अटैक, कई इलाकों में AQI 450 पार

दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, जहां AQI 400 के पार है। 29 इलाके रेड जोन में शामिल हैं, जैसे आनंद विहार (AQI-465) और जहांगीरपुरी (AQI-466)। GRAP-4 लागू कर दिया गया है, जिससे निर्माण कार्य और गैर-जरूरी ट्रकों की एंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

Vikrant Shekhawat : Dec 17, 2024, 08:55 AM
Delhi Pollution: दिल्ली की हवा में एक बार फिर से प्रदूषण का कहर बरप रहा है। हवा की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई है और मंगलवार को दिल्ली का AQI 418 दर्ज किया गया है। सोमवार रात से ही हालात बिगड़ने लगे और लगातार हवा की गुणवत्ता में गिरावट आ रही है। इसी के मद्देनजर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण को लागू कर दिया गया है।

दिल्ली के 29 इलाकों में रेड जोन: AQI 400 के पार

दिल्ली के 29 प्रमुख इलाकों में हवा की गुणवत्ता 400 के पार पहुंच चुकी है, जिन्हें रेड जोन में रखा गया है।

  • अलीपुर: AQI- 449
  • आनंद विहार: AQI- 465
  • अशोक विहार: AQI- 456
  • बवाना: AQI- 465
  • बुराड़ी क्रॉसिंग: AQI- 447
  • मथुरा रोड: AQI- 429
  • कर्णी सिंह: AQI- 401
  • DTU (दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी): AQI- 447
  • द्वारका सेक्टर-8: AQI- 427
  • ITO: AQI- 434
  • जहांगीरपुरी: AQI- 466
  • जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम: AQI- 412
  • मेजर ध्यानचंद स्टेडियम: AQI- 426
  • मंदिर मार्ग: AQI- 412
इसके अलावा मुंडका, नरेला, नेहरू नगर, नॉर्थ कैंपस, ओखला फेज-2, पंजाबी बाग, पूसा, आरके पुरम, रोहिणी, शादीपुर, सोनिया विहार, विवेक विहार, और वजीरपुर जैसे इलाकों में भी AQI खतरनाक स्तर पर है।

थोड़ी राहत वाले इलाके: AQI 300 से 400 के बीच

कुछ इलाकों में स्थिति थोड़ी बेहतर है, लेकिन फिर भी हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में है।

  • NSIT द्वारका: AQI- 288
  • दिलशाद गार्डन: AQI- 316
  • लोधी गार्डन: AQI- 310
  • लोधी रोड: AQI- 361
  • नजफगढ़: AQI- 357
  • सीरीफोर्ट: AQI- 390
  • श्री अरबिंदो मार्ग: AQI- 376
  • आया नगर: AQI- 353

GRAP-4 के सख्त नियम लागू

प्रदूषण के इस गंभीर स्तर को देखते हुए GRAP-4 के तहत कड़े नियमों को लागू कर दिया गया है। पर्यावरण मंत्रालय के आदेशानुसार, GRAP-4 के लागू होते ही निम्नलिखित प्रतिबंध प्रभावी हो गए हैं:

  1. निर्माण कार्यों और तोड़फोड़ पर पूर्ण प्रतिबंध: सभी सरकारी और निजी निर्माण गतिविधियां बंद कर दी गई हैं।
  2. गैर-जरूरी ट्रकों की एंट्री पर बैन: आवश्यक सामानों को छोड़कर बाकी ट्रकों की दिल्ली में एंट्री पर रोक लगाई गई है।
  3. पब्लिक प्रोजेक्ट्स पर रोक: निर्माण से जुड़े सभी सार्वजनिक प्रोजेक्ट्स फिलहाल ठप कर दिए गए हैं।

प्रदूषण से हालात चिंताजनक

प्रदूषण के बढ़ते स्तर से दिल्लीवासियों की सेहत पर गंभीर असर पड़ रहा है। सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और एलर्जी जैसी शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में हवा की रफ्तार कम होने और सर्दी के कारण प्रदूषण कण (PM 2.5 और PM 10) हवा में ज्यादा समय तक टिके रहते हैं, जिससे AQI लगातार खराब हो रहा है।

सरकार की अपील

सरकार ने आम लोगों से अपील की है कि वे प्रदूषण से बचने के लिए निम्नलिखित कदम उठाएं:

  • घर से बाहर जाते समय मास्क का इस्तेमाल करें।
  • वाहनों का इस्तेमाल कम करें और सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें।
  • खुले में कूड़ा जलाने और निर्माण गतिविधियों से बचें।

निष्कर्ष

दिल्ली में प्रदूषण की समस्या अब एक वार्षिक संकट बन चुकी है। GRAP-4 के नियमों के लागू होने के बावजूद प्रदूषण नियंत्रण के लिए एक दीर्घकालिक और प्रभावी रणनीति की जरूरत है। लगातार बिगड़ते हालात में सरकार, प्रशासन और आम जनता को मिलकर प्रदूषण के खिलाफ कदम उठाने होंगे, ताकि राजधानी की हवा सांस लेने लायक बनाई जा सके।