Rajasthan Forest Guard Exam 2022 / वनरक्षक भर्ती, पहले दिन दूसरी पारी की परीक्षा रद्द- एग्जाम से पहले वॉट्सऐप पर आई आंसर शीट

राजस्थान में एक बार फिर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। 2300 पदों के लिए हुई वनरक्षक भर्ती परीक्षा के 12 नवंबर के दूसरी पारी की आंसर शीट सोशल मीडिया पर शेयर हो गई। पुलिस ने सरकारी कर्मचारी सहित दो युवकों को गिरफ्तार किया है। रविवार शाम कर्मचारी चयन बोर्ड ने शनिवार को हुए दूसरी पारी के पेपर को रद्द कर दिया। जिन भी अभ्यर्थियों ने दूसरी पारी का पेपर दिया था, उनके लिए जनवरी में फिर से वनरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन

Vikrant Shekhawat : Nov 13, 2022, 06:35 PM
Rajasthan Forest Guard Exam 2022: राजस्थान में एक बार फिर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। 2300 पदों के लिए हुई वनरक्षक भर्ती परीक्षा के 12 नवंबर के दूसरी पारी की आंसर शीट सोशल मीडिया पर शेयर हो गई। पुलिस ने सरकारी कर्मचारी सहित दो युवकों को गिरफ्तार किया है। रविवार शाम कर्मचारी चयन बोर्ड ने शनिवार को हुए दूसरी पारी के पेपर को रद्द कर दिया। जिन भी अभ्यर्थियों ने दूसरी पारी का पेपर दिया था, उनके लिए जनवरी में फिर से वनरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।

दरअसल, शनिवार को राजसमंद के रेलमगरा थाना क्षेत्र में दूसरी पारी के पेपर का फोटो खींचकर आंसर शीट सोशल मीडिया पर आ गई थी। मामले में पुलिस ने करौली के दीपक शर्मा को हिरासत में लिया था। दीपक ने पूछताछ में बताया कि दौसा में लालसोट क्षेत्र के गांव अजयपुरा के हेमराज मीणा से उसने पेपर लिया।

पुलिस की स्पेशल टीम ने परीक्षा देकर लौटते वक्त मोबाइल लोकेशन ट्रेस के आधार पर लालसोट रेलवे स्टेशन के पास से हेमराज मीणा को दबोचा। दौसा के पीजी कॉलेज में हेमराज का सेंटर आया था। हेमराज ने परीक्षा शुरू होने के साथ ही आंसर शीट भेजने की बात स्वीकार की है। कोतवाली पुलिस हेमराज से भी पूछताछ कर रही है।

बिजली निगम में नौकरी करता है एक आरोपी

बता दें कि करौली निवासी दीपक शर्मा उदयपुर में बिजली निगम में नौकरी करता है। वह रेलमगरा में तकनीकी सहायक है। उसने जिन-जिन को पेपर भेजने की बात कही, वहां संबंधित पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं, हेमराज मीणा जयपुर में किराए से रहकर कॉम्पिटीशन एग्जाम की तैयारी करता है। पुलिस की टीम जयपुर, करौली, उदयपुर समेत प्रदेशभर में कुछ और युवकों की तलाश में जुटी है।

12 संदिग्धों को भी पुलिस ने पकड़ा

राजसमंद पुलिस ने अब तक वनरक्षक पेपर लीक प्रकरण में प्रदेश के 6 जिलों में 12 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। फिलहाल पुलिस की जांच जारी है।

पुलिस रिपोर्ट के बाद लेंगे फैसला

कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा ने कहा कि राजसमंद और दौसा में पेपर लीक मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि परीक्षा की दूसरी पारी का पेपर लीक होने की बात सामने आई है। राजसमंद पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है। जिसके बाद बोर्ड ने 12 नवंबर को दूसरी पारी के पेपर को रद्द करने का फैसला लिया गया है।

जयपुर में सबसे ज्यादा सेंटर

जयपुर में सबसे ज्यादा 215 सेंटर बनाए गए। जहां 1 लाख 59 हजार 954 अभ्यर्थियों ने भर्ती परीक्षा देने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। शनिवार को पहली पारी में 49.19%, जबकि दूसरी पारी में 51.62% अभ्यर्थी मौजूद रहे। जो आवेदन के मुकाबले आधे थे। वहीं, पूरे राज्य में 2300 पदों के लिए होने वाली भर्ती परीक्षा में प्रदेश के 16 लाख 36 हजार 516 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। रविवार को तीसरे चरण की परीक्षा में 52.62% अभ्यर्थी मौजूद रहे। वहीं चौथे चरण की परीक्षा जारी है।

परीक्षा शुरू होने बाद नहीं दी एंट्री

कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से प्रदेश के 30 जिलों में ही वनरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। जयपुर, अजमेर, अलवर, भरतपुर, बीकानेर, भीलवाड़ा, श्रीगंगानगर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, बूंदी, बारां, झालावाड़, पाली, धौलपुर, सीकर, झुंझुनूं, नागौर, दौसा, सवाईमाधोपुर, चूरू, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, हनुमानगढ़ और प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय पर परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जहां अभ्यर्थी को परीक्षा समय के डेढ़ घंटे पहले तक ही एंट्री दी जा रही है।

ज्वेलरी पहनकर नहीं मिली एंट्री

अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र में घड़ी, चेन, अंगूठी, कान के टॉप्स, लॉकेट या किसी भी प्रकार की ज्वेलरी पहनकर नहीं जा सकते हैं। इसके आलावा पर्स, हैंडबैग या डायरी लाने पर भी रोक है। अगर अभ्यर्थी परीक्षा के दौरान अपने साथ इनमें से कुछ भी लाते हैं तो उन्हें इसे परीक्षा केंद्र के बाहर रखना होगा और इसकी पूरी जिम्मेदारी भी परीक्षार्थी की ही होगी।

लापरवाही पड़ सकती है भारी

सेंटर पर किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे कि मोबाइल, ब्लूटूथ, कैलकुलेटर भी नहीं ला सकते हैं। परीक्षा के दौरान नकल और धांधली करने पर राजस्थान में नकल के खिलाफ बने कानून के तहत 10 से 12 साल की सजा के साथ आरोपी की संपत्ति सीज कर उससे जुर्माने वसूला जाएगा।