- भारत,
- 08-Mar-2025 10:30 AM IST
Gold Rate Today: सोने की कीमतें लगातार रिकॉर्ड ऊंचाई के आसपास बनी हुई हैं, जिससे निवेशकों की रुचि इस सुरक्षित निवेश विकल्प में बनी हुई है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं, अमेरिकी डॉलर में कमजोरी और टैरिफ विवादों के चलते इस सप्ताह सोने की कीमतों में उछाल देखा गया।
शुक्रवार को मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का वायदा भाव ₹85,820 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जो पिछले सप्ताह के ₹84,202 के मुकाबले ₹1,618 अधिक है। हालांकि, यह अब भी ₹86,549 के सर्वकालिक उच्च स्तर से ₹729 कम है।
बाजार में उतार-चढ़ाव जारी
इस सप्ताह सोने की कीमतें ₹86,356 के उच्चतम स्तर को छूने के बाद हल्की गिरावट के साथ बंद हुईं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड की कीमत $2,910 प्रति औंस दर्ज की गई, जो पिछले सप्ताह की तुलना में $52 अधिक रही। वहीं, कॉमेक्स (COMEX) पर सोने का वायदा भाव $2,914 प्रति औंस पर बंद हुआ।
तकनीकी स्तर और संभावित रुझान
विश्लेषकों के अनुसार, सोने की कीमतें ₹86,350 - ₹86,600 के स्तर पर महत्वपूर्ण प्रतिरोध का सामना कर रही हैं। यदि यह स्तर टूटता है, तो सोना ₹87,500 प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। वहीं, यदि कीमतें इस प्रतिरोध को पार नहीं कर पातीं, तो ₹84,300 और ₹83,500 के स्तर पर समर्थन मिलेगा।
महत्वपूर्ण कारक जो कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं
- अमेरिकी महंगाई के आंकड़े: फरवरी के लिए जारी होने वाले महंगाई से जुड़े आंकड़े सोने की कीमतों पर सीधा प्रभाव डाल सकते हैं।
- उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) और बेरोजगारी क्लेम्स: इन आर्थिक संकेतकों से डॉलर की मजबूती या कमजोरी का संकेत मिलेगा, जिससे सोने की मांग प्रभावित हो सकती है।
- वैश्विक व्यापारिक तनाव और टैरिफ विवाद: अमेरिका और अन्य देशों के बीच व्यापार विवाद यदि बढ़ता है, तो सोना एक सुरक्षित निवेश के रूप में और अधिक मजबूत हो सकता है।
निवेशकों के लिए सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा बाजार स्थितियों में सोने में लॉन्ग टर्म निवेश करना लाभकारी हो सकता है। हालांकि, लघु अवधि के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को सावधानीपूर्वक रणनीति बनानी चाहिए।
निष्कर्ष
सोने की कीमतें अभी भी रिकॉर्ड उच्च स्तर के आसपास बनी हुई हैं, और निकट भविष्य में आर्थिक आंकड़े एवं वैश्विक घटनाक्रम इनकी दिशा तय करेंगे। निवेशकों को सतर्क रहकर बाजार की चाल पर नजर बनाए रखनी चाहिए।