Rajasthan Politics / मंत्री पद से बर्खास्त होने पर बोले गुढ़ा- मुझे सच बोलने की सजा मिली

मंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, मुझे जो सही लगा वो मैंने बोला. ये बात रखना कोई गुनाह थोड़े था. मुझे जो ठीक लगता है वो मैं बोलता हूं. जब ये सरकार अल्पमत में थी तब हमने इस सरकार को मजबूती देने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. हमारी तरफ से जब भी सरकार पर कोई संकट आया, कोई दिक्कत आई तो हम पूरी ताकत के साथ खड़े रहे.

Vikrant Shekhawat : Jul 22, 2023, 09:01 AM
Rajasthan Politics: मंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, मुझे जो सही लगा वो मैंने बोला. ये बात रखना कोई गुनाह थोड़े था. मुझे जो ठीक लगता है वो मैं बोलता हूं. जब ये सरकार अल्पमत में थी तब हमने इस सरकार को मजबूती देने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. हमारी तरफ से जब भी सरकार पर कोई संकट आया, कोई दिक्कत आई तो हम पूरी ताकत के साथ खड़े रहे.

गुढ़ा ने कहा मुझे सच बोलने की सजा मिली. उन्होंने कहा कि राजस्थान महिला दुष्कर्म मामलों में अव्वल है. आरपीएससी में भ्रष्टाचार है. सरकार कमियां सुधारने के बजाय कोई कार्रवाई ही नहीं कर रही. हमें बहन बेटियों ने इसलिए जिताकर भेजा था कि हम उनके मान-सम्मान की रक्षा और हिफाजत कर सकें. सारे रिकॉर्ड कहते हैं कि राजस्थान महिला अत्याचार में नंबर एक पर पहुंच गया है.

मुझे सच बोलने की सजा मिली- गुढ़ा

राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि मणिपुर की घटना शर्मसार कर देने वाली घटना थी और उसकी निंदा होनी चाहिए. हमने बस इतना कहा था कि हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. हम चार महीने बाद जनता के बीच में जाएंगे. हम जनता का सामना कैसे करेंगे? हमने बस गिरेबान की बात की थी और कोई बात नहीं थी. मुझे सच बोलने की सजा मिली है.

राजस्थान की सियासत गरमाई

बता दें कि गुढ़ा ने विधानसभा में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कहा था कि हम महिलाओं की सुरक्षा में असफल हो गए. राजस्थान में जिस तरह से महिलाओं के ऊपर अत्याचार बढ़े हैं उसे देखने के बाद मणिपुर के बजाय हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. इसके कुछ ही देर बाद गुढ़ा को बर्खास्त कर दिया गया. गुढ़ा की बर्खास्तगी के बाद राजस्थान की सियासत एक बार फिर से गरमा गई है. इस साल के अंत में वहां विधानसभा चुनाव है.