देश / मुझे विश्वास है कि समीर वानखेड़े एससी समुदाय से हैं: अनुसूचित आयोग के उपाध्यक्ष

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हलदर ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े का संबंध अनुसूचित जाति से है और वह महार जाति से आते हैं। बकौल हलदर, "गरीब परिवार से होने के बावजूद वह इस पद तक पहुंचे हैं।" उन्होंने कहा, "हमें 7 दिन बाद इस मामले पर महाराष्ट्र सरकार की रिपोर्ट मिलेगी।"

Vikrant Shekhawat : Nov 01, 2021, 08:00 AM
मुंबई: मुंबई क्रूज ड्रग्स केस में आर्यन खान को जमानत मिल गई है। अब इस मामले में नारकोटिक्स कट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े खुद कई आरोपों से घिर गए हैं। समीर वानखेड़े ने राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के वाइस चेयरमैन अरुण हालदार से मिलकर एक आवेदन दिया। अरुण हालदार ने कहा, 'समीर वानखेड़े की शिकायत सुनने के बाद, मुझे ऐसा लगता है कि वो अनुसूचित जाति से आते हैं। उन्होंने किसी भी धार्मिक परिवर्तन की बात से इनकार किया है।'

अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि समीर ने मुझे सभी सर्टिफिकेट दिए हैं। उनकी सभी बातें सुनने पर ऐसा लगता है कि अनुसूचित जाति वर्ग के है। समीर वानखेड़े ने अरुण हालदार को अपने परिवार के बारे में भी बताया है।  आर्यन खान को गिरफ्तार करने वाले एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने फर्जी कास्ट सर्टिफिकेट बनाकर आईआरएस की नौकरी हासिल करने का आरोप लगाया है।

नवाब मलिक ने एक ट्वीट कर समीर वानखेड़े का कथित जन्म प्रमाण पत्र और उनकी शादी की तस्वीरें पोस्ट की थीं। दावा किया गया था कि जन्म प्रमाण पत्र में एनसीबी प्रमुख का नाम समीर दाऊद वानखेड़े दिखाया गया है। तस्वीर में वानखेड़े और उनकी पहली पत्नी डॉ शबाना कुरैशी दिखाई दे रहे हैं, जो उन दोनों की शादी की फोटो है। बाद में वानखेड़े ने मराठी अभिनेत्री क्रांति रेडकर के साथ शादी करने के लिए डॉ शबाना को तलाक दे दिया था।

नवाब मलिक ने यह भी दावा किया था कि जन्म प्रमाण पत्र के अनुसार, वानखेड़े एक जन्मजात मुस्लिम हैं, लेकिन कथित तौर पर एक आरक्षित श्रेणी के माध्यम से नागरिक सेवाओं (यूपीएससी) की परीक्षा में शामिल हुए और भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारी बन गए। हालांकि, समीर वानखेड़े और उनके घरवाले फर्जीवाड़े कर नौकरी हासिल करने और धर्म परिवर्तन की बात से इनकार करते आए हैं। 

हाल ही में वानखेड़े ने उनकी जाति पर उठ रहे सवाल को लेकर अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत दर्ज करवाई थी। इस शिकायत पर अनुसूचित जाति आयोग ने महाराष्ट्र के चीफ सेक्रेटरी, सेक्रेटरी, डीजीपी और मुंबई कमिश्नर को नोटिस जारी कर इस संबंध में अपनी रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है।