HMPV Virus In India / एचएमपीवी क्या कोरोना जितना खतरनाक है? 2 मिनट में एक्सपर्ट से समझें

चीन में Human Metapneumovirus (HMPV) के मामले बढ़ रहे हैं, और अब भारत में भी इसके 8 केस सामने आए हैं। यह वायरस कोविड की तरह सांस संबंधी समस्याएं उत्पन्न करता है, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, HMPV कोविड जितना खतरनाक नहीं है। अधिकांश मामलों में हल्के लक्षण होते हैं, जैसे खांसी और बुखार। बचाव के लिए मास्क, हाथ धोना और सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है।

Vikrant Shekhawat : Jan 07, 2025, 03:40 PM
HMPV Virus In India: चीन में Human Metapneumovirus (HMPV) के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, और इस बीच भारत में भी इस वायरस ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। हाल ही में भारत में HMPV के 8 मामले सामने आए हैं। यह वायरस की बढ़ती संख्या लोगों के लिए चिंता का कारण बन चुकी है, और कुछ रिपोर्ट्स में इसकी तुलना कोविड-19 से की जा रही है। सवाल यह है कि क्या यह वायरस कोविड-19 की तरह ही खतरनाक है, और क्या यह कोरोना जैसी तबाही ला सकता है?

एचएमपीवी और कोविड-19: लक्षण और फैलने का तरीका

HMPV और कोविड दोनों ही वायरस सांस संबंधी परेशानियाँ उत्पन्न करते हैं। HMPV एक आरएनए वायरस है जो न्यूमोविरिडे परिवार से संबंधित है, जबकि कोविड-19 कोरोनावायरस परिवार का सदस्य है। इन दोनों वायरस के लक्षण और फैलने के तरीके में काफी समानताएँ हैं। HMPV के लक्षण आमतौर पर रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) के जैसे होते हैं, जो भारत में एक आम वायरल संक्रमण है। कोविड-19 की तरह ही, ये वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने, संक्रमित सतहों को छूने और हवा में मौजूद ड्रॉपलेट्स से फैलते हैं।

बचाव के उपाय भी समान हैं। HMPV से बचने के लिए मास्क पहनना, हाथ धोना और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे उपायों का पालन करना आवश्यक है।

क्या HMPV कोरोना जैसा खतरनाक है?

हालांकि HMPV के लक्षण और कोविड-19 के लक्षण कुछ समान हो सकते हैं, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, यह वायरस कोविड की तरह खतरनाक नहीं है। दिल्ली एम्स में हुए एक अध्ययन के अनुसार, HMPV एक नया वायरस नहीं है और पहले भी भारत में इसके मामले आते रहे हैं। इस रिसर्च के दौरान, यह पाया गया कि सांस संबंधी संक्रमण के कुल मामलों में से केवल 5% मामलों में HMPV पाया गया था।

इस अध्ययन में यह भी पाया गया कि HMPV से मृत्यु दर बहुत कम है और अधिकांश संक्रमित लोग कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं। केवल उन लोगों और बच्चों को अधिक खतरा होता है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है या जिनका पहले से कोई गंभीर रोग होता है।

विशेषज्ञों की राय:

फोर्टिस अस्पताल के पल्मोनोलॉजी विभाग के निदेशक, डॉ. मनोज कुमार गोयल के अनुसार, HMPV से पैनिक होने की कोई जरूरत नहीं है। इस वायरस से संक्रमित अधिकांश लोग हल्के लक्षणों का सामना करते हैं, जैसे खांसी, जुकाम और हल्का बुखार। यह वायरस मुख्य रूप से ऊपरी श्वसन तंत्र में सक्रिय रहता है और लंग्स तक पहुँचने का जोखिम बहुत कम होता है। गंभीर लक्षण तब ही होते हैं जब किसी बच्चे की इम्यूनिटी कमजोर हो।

HMPV के लक्षण

  1. खांसी
  2. बुखार
  3. नाक बहना
  4. गला खराब होना
  5. सांस लेने में परेशानी
HMPV से बचाव के उपाय:

  • हाथ धोकर भोजन करें।
  • संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में न आएं।
  • खांसी, जुकाम और बुखार होने पर जांच कराएं।
  • बच्चों की विशेष देखभाल करें और उनकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने की कोशिश करें।
निष्कर्ष:

एचएमपीवी एक सामान्य वायरस है और कोविड-19 जितना खतरनाक नहीं है। हालांकि, यह वायरस बच्चों और कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्तियों को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए और आवश्यकतानुसार चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए |