Vikrant Shekhawat : Nov 05, 2020, 06:58 PM
चूरू | राजस्थान के चूरू जिले के पारीवारिक न्यायालय के न्यायाधीश का चपरासी सह ड्राइवर चालीस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए बीकानेर और चूरू भ्रष्टाचार निरोधक दस्ते की संयुक्त कार्रवाई में रंगे हाथों गिरफ्तार हुआ है। चपरासी ने पारीवारिक न्यायालय में चल रहे भरण पोषण से संबंधित वाद में प्रभावी कार्रवाई के नाम पर रिश्वत मांगी थी।
चूरू भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश स्वामी व बीकानेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रजनीश पूनिया ने बताया कि सोनिया जो सूरतगढ़ की रहने वाली है जिसका ससुराल सरदारशहर है। उसका तलाक का मामला पारिवारिक न्यायालय में चल रहा है 2015 से मामला विचाराधीन है। इस मामले में परिवारिक न्यायालय के न्यायधीश ने बेटी के भरण पोषण के 5 हजार प्रतिमाह व ढाई हजार रुपए भरण पोषण के निश्चित किए थे। अब तक यह तकरीबन 5 लाख रुपए बनते हैं। परिवादिया के पति ने भुगतान नहीं किया इस पर 5 लाख रुपए दिलवाने और पति का वारंट करवाने के लिए व कुर्की की कार्रवाई करवाने के लिए 1 लाख रुपए की रिश्वत भगवती सैनी ने मांगी थी। इसका सत्यापन चूरु एसीबी के आनन्द प्रकाश स्वामी ने करवाया। सत्यापन 1 लाख का हुआ 10 हजार उसी दिन सत्यापन के दिन ले लिए थे, पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश के ड्राइवर भगवती प्रसाद सैनी ने ले ली थी 90 हजार आज 5 तारीख को देने तय हुए थे। बार—बार कर रहा था सम्पर्क
परिवादिया से आरोपी बार-बार व्हाट्सएप पर संपर्क कर रहा था कि कब देने के लिए आ रहे हो आज 5 तारीख पेशी थी जब आना था तो पैसे लेकर आने थे। पैसे ले आओगे तो आदेश करवा दूंगा और वारंट जारी करवा दूंगा। भगवती प्रसाद सैनी से परिवादिया ने कहा कि 90 हजार नहीं बना 40 हजार ही है तो इसके द्वारा आज 40 हजार बतौर रिश्वत दिए। इसी दौरान चूरू व बीकानेर एसीबी की टीम ने रंगे हाथों भगवती सैनी को गिरफ्तार कर लिया पारिवारिक न्यायालय के सामने कार्रवाई की है।
चूरू भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश स्वामी व बीकानेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रजनीश पूनिया ने बताया कि सोनिया जो सूरतगढ़ की रहने वाली है जिसका ससुराल सरदारशहर है। उसका तलाक का मामला पारिवारिक न्यायालय में चल रहा है 2015 से मामला विचाराधीन है। इस मामले में परिवारिक न्यायालय के न्यायधीश ने बेटी के भरण पोषण के 5 हजार प्रतिमाह व ढाई हजार रुपए भरण पोषण के निश्चित किए थे। अब तक यह तकरीबन 5 लाख रुपए बनते हैं। परिवादिया के पति ने भुगतान नहीं किया इस पर 5 लाख रुपए दिलवाने और पति का वारंट करवाने के लिए व कुर्की की कार्रवाई करवाने के लिए 1 लाख रुपए की रिश्वत भगवती सैनी ने मांगी थी। इसका सत्यापन चूरु एसीबी के आनन्द प्रकाश स्वामी ने करवाया। सत्यापन 1 लाख का हुआ 10 हजार उसी दिन सत्यापन के दिन ले लिए थे, पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश के ड्राइवर भगवती प्रसाद सैनी ने ले ली थी 90 हजार आज 5 तारीख को देने तय हुए थे। बार—बार कर रहा था सम्पर्क
परिवादिया से आरोपी बार-बार व्हाट्सएप पर संपर्क कर रहा था कि कब देने के लिए आ रहे हो आज 5 तारीख पेशी थी जब आना था तो पैसे लेकर आने थे। पैसे ले आओगे तो आदेश करवा दूंगा और वारंट जारी करवा दूंगा। भगवती प्रसाद सैनी से परिवादिया ने कहा कि 90 हजार नहीं बना 40 हजार ही है तो इसके द्वारा आज 40 हजार बतौर रिश्वत दिए। इसी दौरान चूरू व बीकानेर एसीबी की टीम ने रंगे हाथों भगवती सैनी को गिरफ्तार कर लिया पारिवारिक न्यायालय के सामने कार्रवाई की है।